शनि की महादशा, साढ़ेसाती या फिर ढैय्या में हर व्यक्ति को डर लगता है कि कहीं उसके साथ कुछ गलत ना हो जाए। लेकिन आपको बता दें कि शनिदेव सभी लोगों को कष्ट नहीं देते हैं। ज्योतिष शास्त्र में उन्हें कर्मों का न्यायाधीश कहा जाता है, इसलिए जिस व्यक्ति के जैसे कर्म होते हैं वे उन्हें वैसे ही फल देते हैं। वहीं जब किसी व्यक्ति को शनि के शुभ फल प्राप्त होते हैं तो वह रंक से राजा बना देते हैं।
जब किसी जातक की कुंडली में शनि अच्छी स्थिति में हो तो व्यक्ति को जीवन में कभी भी मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता है। लेकिन सवाल यह है कि शनि अगर किसी की कुंडली में शुभ हों तो उसे किस तरह संकेत मिलते हैं। तो आइए जानते हैं कि शुभ स्थिति में शनि किस प्रकार संकेत देते हैं और अपने जीवन में कैसे पहचाने कि शनि शुभ हैं।
इन तीन राशियों को शुभ फल देते हैं शनि देव
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शनि ग्रह मकर और कुंभ राशि के स्वामी हैं। तुला राशि में शनि उच्च भाव में होते हैं, मकर और कुंभ में शनि सातवें भाव में होते हैं। इसके अलावा ग्यारहवें भाव में भी शनि का होना अच्छा माना जाता है।
ये संकेत बताते हैं आप पर है शनिदेव की कृपा
- कुंडली में शनि की शुभ स्थिति में होने पर व्यक्ति बड़ी से बड़ी दुर्घटना होने पर भी किसी ना किसी तरह बच जाते हैं। उसे समस्या से बाहर निकलने का कोई ना कोई रास्ता जरुर मिल जाता है।
- जिन लोगों पर शनिदेव मेहरबान होते हैं उन लोगों की सेहत अच्छी रहती है और समाज में इन्हें खूब मान-सम्मान मिलता है।
- जिन लोगों की कुंडली में शनि देव शुभ स्थिति में होते हैं शनि के प्रभाव से उन लोगों के बाल,/ नाखून, हड्डियां और आंखें जल्द कमजोर नहीं होती हैं।
- अचानक से धन लाभ होना और कार्यक्षेत्र में लगातार तरक्की होना भी इस बात का संकेत होता है कि आप पर शनि की विशेष कृपा दृष्टि है।
- शनिवार के दिन अगर आपके जूते-चप्पल अचानक चोरी हो जाते हैं तो इसे भी शनिदेव का एक शुभ संकेत माना जाता है।