भाजपा ने रायपुर दक्षिण को विकास से दूर रखा : कांग्रेस
रायपुर : कांग्रेस नेताओं ने पत्रकारवार्ता लेकर भाजपा के उस दावे को खोखला बताया जिसमें उन्होंने रायपुर दक्षिण में 5000 करोड़ के विकास कार्य कराये जाने की बात कही थी। पूर्व महापौर सभापति प्रमोद दुबे, योग आयोग के पूर्व अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा, कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा, पार्षद प्रमोद मिश्रा, आकाश तिवारी, रितेश त्रिपाठी ने संयुक्त पत्रकारवार्ता को संबोधित किया।
पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा नेताओ में साहस हो तो भाजपा के द्वारा रायपुर दक्षिण में कराये गये कामो की सूची सार्वजनिक करें। 35 सालों में रायपुर दक्षिण की जनता सड़क, बिजली, पानी जैसे मूलभूत सुविधाओं को तरसती रही। उनके विधायक खुद तो मंत्री बनाये थे। सांसद बन गये जनता का ख्याल नहीं रखे।
पूर्व महापौर एवं सभापति प्रमोद दुबे ने पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि रायपुर विकास में वर्षों तक विधायक रहने वाले बृजमोहन अग्रवाल शहर के विकास के लिये कुछ नहीं किया। 15 सालों तक मंत्री थे जितना काम उन्होंने नहीं किया उसका दुगुना काम कांग्रेस की भूपेश सरकार के 5 सालों में हुआ। लगभग 12 से 15 बार केन्द्र सरकार ने रायपुर के बहुत से अच्छे कार्यो को समय-समय पर इनाम दिया। पिछले पांच वर्षो का लेखाजोखा देखे तो माननीय भूपेश बघेल की सरकार में अधोसंरचना में 2019-2020 में 19 करोड़ 56 लाख 47 हजार रूपया अधोसंरचना में पैसा आया। 580 लाख 38 हजार रूपया राज्य सरकार ने अपनी ओर से अतिरिक्त दिया। 2020-2021 में 4286 लाख 83 हजार रुपया मिला। राज्य सरकार की ओर से भूपेश बघेल जी ने 432 लाख 43 हजार रुपया दिया। 2021-2022 में कोरोना काल के समय के बावजूद राज्य सरकार ने जब किसी राज्य में राज्य सरकारों ने पैसा नहीं दिया था उस समय भूपेश बघेल की सरकार ने 5677 लाख रूपया और 64 हजार रुपये अधोसंरचना में दिया और राज्य प्रवर्तित योजना के अंतर्गत 464 लाख 29 हजार रू. दिया। 2023-2024 में 22374 लाख रूपया 98 हजार और राज्य प्रवर्तित योजना के अंतर्गत राशि रायपुर नगर निगम के लिये 619 लाख 95 हजार रुपया दिया। यह वो राशि है जो प्रथम बार में दिया गया है। द्वितीय बार में फिर से दिया गया। 7863 लाख 72 हजार रूपया और भूपेश बघेल जी ने अलग से रायपुर नगर निगम को 701 लाख 13 हजार दिया 2019-2020 में और 2020-2021 में 7390 लाख 26 हजार रूपया राज्य प्रवर्तित योजना रायपुर नगर निगम को 163 लाख 77 हजार रुपया दिया। 2022-2023 में 230 लाख रुपये नगर निगम को दिया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर नगर निगम को बहुत ही ज्यादा धनराशि प्रदान किया। 5 साल में रायपुर नगर निगम को जीतना पैसा मिला उतना पिछले सरकार में कुछ नहीं दिया। जब सुनील सोनी महापौर थे तो रायपुर नगर निगम कर्ज में डूबा था। हमने रायपुर नगर निगम को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया। नगर निगम में जब कांग्रेस का महापौर बैठा तब विकास की गति में तेजी आयी। कर्मचारियों का वेतन, पेंशन भुगतान ये सब कांग्रेस के महापौर ने नगर निगम कार्य किया। भाठागांव का बस स्टैंड हमारा ही देन है, जवहार लाल नगर और मल्टीप्लेक्स पार्किंग भी हमारी देन है। 74 गार्डन हमारे कार्यकाल में बना। नालंदा परिसर भी हमारे कार्यकाल में बना। सुनील सोनी जब महापौर थे तब भी कुछ काम नहीं कर पाये और सबसे निष्क्रिय सांसद में गिने जाते है। कांग्रेस पार्टी जनता से बंधे लोग है, कांग्रेस पार्टी जनता के विकास के लिये हर कदम आगे आये है। हम जनता के सेवक है इसलिये जनता ने हमे चुनाव जीताया था।
एमआईसी सदस्य एवं पार्षद ज्ञानेश शर्मा ने पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि शारदा चौक सड़क को लेकर पिछले 15 सालो तक हमने राज्य सरकार को घेरा था। शारदा चौक रायपुर की जीवन रेखा है। इस चौक में हजारो लोग रोज आना जाना करते है। ट्रेफिक की समस्या इस चौक में बनी रहती है और जाम की स्थिति बनी रहती है, लोगो को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बृजमोहन अग्रवाल इस क्षेत्र के लगातार विधायक रहे है। बृजमोहन अग्रवाल बताये कि किस कारण से शारदा चौक का चौड़ीकरण नहीं हो पा रहा है। इसकी तकलीफ रायपुर की 10 लाख जनता भोग रही है। चौड़ीकरण ना होने से व्यापारियो को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। बृजमोहन अग्रवाल चौड़ीकरण को लेकर सिरियस और गंभीर नहीं है। आमापार से तात्यापारा चौड़ीकरण हुआ तो लोगो को मुआवजा मिला था। लेकिन शारदा चौक चौड़ीकरण होगा तो लोगो को मुआवजा नहीं मिलेगा ऐसा कहना सरकार का है। यह तो गलत है एक ही शहर के लिये दो अलग-अलग नियम कैसे हो सकता है। यह सरकार कुछ भी नियम बना रहे है। चौड़ीकरण ना होने से यह मार्ग आफत बन गया है। रायपुर दक्षिण की सड़को का हाल बेहाल है। दक्षिण विधानसभा के नागरिको के लिये बड़े दुर्भाग्य की बात है कि उस समय के तत्कालीन विधायक बृजमोहन अग्रवाल सड़को के गड्ढे को भरने के लिये कोई भी ध्यान नहीं देते थे। उन्होंने अधिकारियो पर कोई दबाव नहीं बनाया की सड़को को जल्दी ठीक किया जाये। हम सभी पार्षदो ने चौड़ीकरण को लेकर बहुत प्रयास किये है। भाजपा की सरकार ने इस कोई ध्यान नहीं दिया है। सुनील सोनी को अपने महापौर और सांसद के कार्यकाल की उपलब्धि का आंकड़ा सामने पेश करना चाहिये।
पार्षद आकाश तिवारी ने कहा कि भूपेश बघेल ने स्वामी आत्मानंद के 700 स्कूल खोले। लाखो परिवार के बच्चो का इंग्लिश मिडियम स्कूलो में पढ़ने का सपना पूरा हो गया। भाजपा सरकार आते ही स्कूलो का हाल बेहाल हो गया। स्कूल चलाने के लिये सरकार के पास साधन नहीं है, स्कूल में सभी जरूरी सामान के लिये पैसा भी नहीं है, यह स्थिति है शिक्षा विभाग की। जब बृजमोहन अग्रवाल शिक्षा मंत्री थे तब स्वामी आत्मानंद स्कूल को शिक्षा विभाग के अधीन कर दिया, जबकि पहले स्वामी आत्मानंद स्कूल कलेक्टर के अंदर हुआ करता था। स्वामी आत्मानंद स्कूल को चलाने के लिये सरकार के पास न कोई योजना नहीं है और न ही सरकार इस पैसा देने को तैयार है। स्कूल का हाल बहुत बुरा है। कांग्रेस की जब सरकार थी तब उन स्कूलों को बराबर पैसा मिलता था। यह सरकार चलाने में असमर्थ है।