मंईयां सम्मान योजना: कब आएगी चौथी किस्त, क्या छठ पूजा पर मिलेगा लाभ ?
झारखंड की महिलाओं के सशक्तीकरण और आर्थिक सहयोग के उद्देश्य से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा चलाई जा रही मंईयां सम्मान योजना की चौथी किस्त जल्द जारी होने जा रही है।

झारखंड की महिलाओं के सशक्तीकरण और आर्थिक सहयोग के उद्देश्य से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा चलाई जा रही मंईयां सम्मान योजना की चौथी किस्त जल्द जारी होने जा रही है। इस योजना के तहत राज्य की महिलाओं को आर्थिक मदद प्रदान की जाती है, और अब छठ पूजा के पावन अवसर पर चौथी किस्त उनके खातों में जमा की जाएगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाल ही में इसकी घोषणा करते हुए इस योजना को महिलाओं के सशक्तीकरण से जोड़कर इसे राज्य की प्रगति का एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
महिलाओं के खातों में जमा होगी चौथी किस्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने मंईयां सम्मान योजना के तहत झारखंड की 51 लाख महिलाओं के खातों में तीसरी किस्त सफलतापूर्वक जमा कर दी है। अब, छठ पूजा के अवसर पर योजना की चौथी किस्त भी महिलाओं तक पहुंचाई जाएगी। उन्होंने इस योजना को केवल एक आर्थिक मदद नहीं, बल्कि राज्य की बहनों के सशक्तीकरण की दिशा में सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता करार दिया।
हेमंत सोरेन ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में इस योजना की तीसरी किस्त के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तीसरी किस्त नवरात्रि के दौरान जारी की गई थी, और इसके बाद चौथी किस्त भी समय पर पहुंचेगी। यह योजना झारखंड की आधी आबादी को सम्मान और अधिकार दिलाने के उद्देश्य से शुरू की गई है, जिससे राज्य की महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें और उनका आर्थिक स्वाभिमान बढ़ सके।
मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत
इस योजना की पहली किस्त रक्षाबंधन के मौके पर, दूसरी करम पर्व पर, तीसरी नवरात्रि और दुर्गा पूजा के दौरान, और अब चौथी किस्त छठ पूजा पर जारी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने महिलाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए यह योजना बनाई है, ताकि झारखंड की महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत हो सकें और उनके सशक्तीकरण की दिशा में ठोस कदम उठाया जा सके।
मुख्यमंत्री का संकल्प और वादा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पोस्ट में कहा कि सरकार ने जेल से लौटने के बाद बीते तीन महीनों में तेजी से काम किया है। उन्होंने राज्य की जनता को आश्वासन दिया कि आने वाले समय में भी यह गति जारी रहेगी। उनका संकल्प है कि झारखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना है और यह महिलाओं के सशक्तीकरण और राज्य के विकास के लिए उनके वादों का हिस्सा है।
योजना की समीक्षा और वंचितों तक लाभ पहुंचाने की कोशिश
बुधवार को झारखंड के बंदगांव प्रखंड अंतर्गत नकटी पंचायत के कंकुवा गांव में मंईयां सम्मान योजना की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विधायक सुखराम उरांव मुख्य रूप से उपस्थित थे, जहां उन्होंने योजना का लाभ अधिक से अधिक महिलाओं तक पहुंचाने के लिए कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे गांव-गांव में बैठक कर उन महिलाओं को चिह्नित करें जो इस योजना से वंचित हैं, ताकि उन्हें भी इसका लाभ मिल सके।
महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में उठाए गए कदम
विधायक ने बैठक में कहा कि मंईयां सम्मान योजना हेमंत सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसके माध्यम से राज्य की आधी आबादी को सम्मान और अधिकार दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि सरकार ने गरीबों के ऊपर आर्थिक बोझ कम करने के लिए बकाया बिजली बिल भी माफ कर दिया है। हालांकि, कुछ लोग इन योजनाओं से अभी भी वंचित हैं, लेकिन सरकार की कोशिश है कि उन्हें भी इसका लाभ मिल सके।