तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री का बंगला किया खाली, बीजेपी का आरोप – तेजस्वी बंगले से महंगी चीजें ले गए
सियासी संग्राम के बीच पार्टी प्रवक्ताओं का बयान, जेडीयू ने भी की जांच की मांग
पटना: बिहार की राजनीति में रविवार को नया मोड़ तब आया जब नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री के सरकारी बंगले को खाली कर दिया। यह बंगला 5 देश रत्न मार्ग पर स्थित है और अब उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को आवंटित किया गया है। सम्राट चौधरी दशहरा के बाद इस बंगले में शिफ्ट होने वाले हैं, इसलिए तेजस्वी यादव ने इसे रविवार को खाली किया। हालांकि, इस घटना के बाद भाजपा ने तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिससे सियासी पारा चढ़ गया है।
भाजपा के मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने दावा किया कि तेजस्वी यादव ने बंगला खाली करते वक्त उसमें लगे महंगे सामान अपने साथ उखाड़ लिए। इकबाल ने आरोप लगाया कि तेजस्वी ने नए सोफे को हटाकर अपने साथ ले गए और पुराने, कबाड़ से लाए सोफे को वहां रख दिया। इसके अलावा, हाइड्रोलिक पलंग, ड्रेसिंग टेबल के महंगे शीशे, और बाथरूम की टोटी भी गायब हैं। इकबाल ने यह भी कहा कि बंगले के कई हिस्सों में एयर कंडीशनर खराब हो गए हैं और हाइड्रोलिक बेड गायब है।
यह पहली बार नहीं है जब तेजस्वी यादव पर इस तरह का आरोप लगाया गया है। 2017 में, जब वे उपमुख्यमंत्री थे और उन्हें बंगला खाली करना पड़ा था, तब भी तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने उन पर इसी तरह के आरोप लगाए थे। भाजपा ने इस बार भी ऐसे ही आरोपों को दोहराया है, जिससे तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी राजद के बीच सियासी टकराव और बढ़ गया है।
राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और भाजपा पर झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाया। तिवारी ने कहा, “तेजस्वी यादव ने सरकारी बंगला खाली कर दिया है, लेकिन भाजपा नेता बेवजह राजनीतिक लाभ उठाने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं। बिहार की जनता भाजपा की इस झूठी राजनीति को देख रही है।”
इस मामले में जेडीयू भी पीछे नहीं रहा। जेडीयू नेताओं ने भाजपा के आरोपों का समर्थन करते हुए उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से इस मामले की जांच कराने की मांग की है। जेडीयू ने कहा कि अगर बंगले में कोई गड़बड़ी हुई है, तो उसकी उचित जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
बंगला खाली करने के इस मुद्दे ने बिहार की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है, जिसमें भाजपा, राजद और जेडीयू के बीच तीखे बयानबाजी का दौर जारी है।