कर्मफल दाता शनिदेव अपनी राशि कुंभ में फिर से उदय होनेवाले हैं। इनके उदय से सभी राशियों पर प्रभाव पड़नेवाला है। इसकी वजह ये है कि शनिदेव कर्म, अनुशासन और दीर्घायु के कारक हैं। इनके उदय के आपको कर्मों के फल में वृद्धि होगी। शनि अपनी धीमी गति के अलावा नेतृत्व, अखंडता, अनुशासन, ज्ञान और अधिकार जैसे गुणों का प्रतिनिधित्व करने के लिए भी जाने जाते हैं। कुंडली में शनि की स्थिति कमजोर हो तो मानसिक परेशानी, शारीरिक समस्या और वित्तीय अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है।
कब होगा शनि का उदय?
शनि 6 मार्च 2023 को रात्रि 11 बजकर 36 मिनट पर कुम्भ राशि में उदय होंगे। शनिदेव ने 17 जनवरी, 2023 को कुम्भ राशि में गोचर किया था और 30 जनवरी को सूर्य की वजह से अस्त हुए थे। अब सूर्य मीन राशि में प्रवेश करनेवाले हैं और शनि का उदय होने जा रहा है। उदय के साथ शनि अपना पूर्ण फल देने में सक्षम होंगे। शनि का उदय वैसे तो हर राशि के व्यक्ति को लाभ पहुँचायेगा, लेकिन इन तीन राशियों को विशेष लाभ मिलेगा।
इन राशियों को मिलेगा लाभ
वृषभ राशि
इस राशि के लिए शनि भाग्येश और कर्मेश होते हैं। ऐसे में कर्म भाव में शनि के उदय से नौकरी और कारोबार में विशेष उन्नति के योग बन रहे हैं। नई नौकरी मिल सकती है या सैलरी में बढ़ोतरी हो सकती है। बिजनेस में भी अच्छा मुनाफ़ा होने की संभावना है। नये निवेश के अवसर मिलेंगे और आपका कारोबार खूब फैलेगा। कर्मक्षेत्र में किसी भी नये कार्य में भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। पारिवारिक सुख में कमी आ सकती है और काम के सिलसिले में घर से दूर जाना पड़ सकता है।
सिंह राशि
आप की राशि में शनिदेव षष्ठम एवं सप्तम भाव के स्वामी हैं। सप्तम भाव में शनि के उदय से कारोबार में लाभ मिलने के योग बन रहे हैं। पत्नी या ससुराल पक्ष से आर्थिक लाभ हो सकता है। आपके पारिवारिक जीवन में भी इस दौरान सुधार आने की उम्मीद है। कारोबारियों को विशेष लाभ होने की संभावना है। नये कारोबार के शुरु होने या तरक्की के मौके मिलेंगे।
कुंभ राशि
शनि कुम्भ राशि में गोचर कर रहे हैं और अब कुंभ राशि में ही उदय होने जा रहे हैं। इसलिए इस ग्रह स्थिति का सबसे अधिक लाभ कुंभ राशि के जातकों को मिलेगा। इस राशि के जातकों को इस अवधि के दौरान नौकरी के नए अवसर मिलेंगे और जीनवसाथी या पार्टनर का पूरा सहयोग मिलेगा। अविवाहित व्यक्तियों के लिए विवाह का संयोग बन रहा है।