भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के प्रांतीय कार्यालय ‘समिधा’ में 15 साल बाद बड़ा बदलाव हुआ है. ये बदलाव समिधा कार्यालय के बाहर लगी सुरक्षा से जुड़ा हुआ है. राज्य सरकार ने RSS कार्यालय ‘समिधा’ के बाहर तैनात सुरक्षा व्यवस्था हटा ली है. साथ ही कार्यालय के सामने बनाई गई गार्ड चौकी को भी हटा दिया गया है. इसी कार्यालय में 4 दिन पहले CM और राष्ट्रीय पदाधिकारियों बैठक भी हुई थी.
RSS कार्यालय ‘समिधा’ के बाहर हटाई गई सुरक्षा
राजधानी भोपाल के ई-2 अरेरा कॉलोनी में मौजूद प्रांतीय कार्यालय से हाल ही में राज्य सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था हटा ली गई है. बीते 15 साल से समिधा के बाहर मध्यप्रदेश स्पेशल एडिशनल फोर्स (MP SAF) के पांच जवान तैनात थे, जिन्होंने अपना तंबू हटा लिया है. इसके अलावा कार्यालय के सामने बनाई गई गार्ड चौकी को भी हटा दिया गया है.
4 दिन पहले हुई थी बैठक
RSS के प्रांतीय कार्यालय समिधा में 4 दिन पहले ही संघ के राष्ट्रीय पदाधिकारीयों और मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की बैठक हुई थी. इसके बाद अब यहां से सुरक्षा हटा ली गई है.
2009 से हैं तैनात
इस कार्यालय की सुरक्षा के लिए पिछले 15 सालों से जवान तैनात थे. ये पांच जवान मध्यप्रदेश स्पेशल एडिशनल फोर्स (एमपी एसएएफ) के थे, जो स्थाई रूप से तैनात थे. इसके अलावा, समिधा कार्यालय के सामने सड़क किनारे अस्थाई टेंट लगाकर एक गार्ड चौकी भी बनाई गई थी. ये चौकी भी 2009 से सुरक्षा का काम कर रही थी. लेकिन हाल ही में, गार्ड ने अपना सामान और टेंट दोनों यहां से हटा लिए हैं.
क्या बोले पुलिस अधिकारी
इसे लेकर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा ने बताया कि जिन लोगों को पहले से सुरक्षा दी गई थी उन्हें सुरक्षा की कितनी जरूरत है, इस पर विचार किया जाएगा. फिलहाल संघ कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था को अस्थाई रूप से हटा दिया गया है. अगर भविष्य में जरूरत महसूस होती है, तो सुरक्षा को फिर से बहाल किया जा सकता है.
कमलनाथ की सरकार में भी SAF जवानों को हटाया
साल 2019 में प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में भी RSS कार्यालय से सुरक्षा हटा ली गई थी. हालांकि, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित RSS ऑफिस के बाहर से सुरक्षा हटाए जाने के 24 घंटे के अंदर ही कमलनाथ सरकार ने सुरक्षा फिर से बहाल करने के निर्देश दे दिए थे. उस समय RSS कार्यालय समिधा भवन में तैनात SAF जवानों को देर रात हटा दिया गया था. इसके साथ ही उनके तंबू भी उखाड़ दिए गए थे.