दुर्ग : महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप और हवाला के पैसों का लेन देन करने के आरोप में सिपाही सहदेव सिंह यादव को बर्खास्त कर दिया गया है। आरक्षक को बर्खास्त करने का आदेश दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने दिया। दुर्ग एसपी ने अपने आदेश में कहा है कि निलंबित आरक्षक सहदेव सिंह यादव पर कई गंभीर आरोप हैं। सिपाही सहदेव यादव पर कदाचरण, अनुशासनहीनता, आपराधिक आचरण जैसे गंभीर आरोप भी लगे हैं। जिसके कारण निलंबित आरक्षक सहदेव सिंह यादव को बर्खास्त गया है।
सहदेव सिंह यादव को बीते दिनों EOW की टीम ने राजनांदगांव के सोमनी से गिरफ्तार किया था। सिपाही पर आरोप है कि महादेव सट्टा ऐप के जरिए काली कमाई कर लाखों की संपत्ति बनाई। काली कमाई का बड़ा हिस्सा उसने जमीन और शेयर मार्केट में लगाया।वहीं लग्जरी गाड़ी भी खरीदी जिसे जब्त किया गया है। पुलिस से बचने के लिए सिपाही सहदेव यादव प्रदेश से बाहर रहे रहा था।
जानकारी के अनुसार, सिपाही गिरफ्तार होने से पहले मुंबई से लौटा था। ईओडब्ल्यू की गिरफ्त में आया है। सिपाही सहदेव यादव, भीम यादव और अर्जुन यादव तीनो भाईयो का कनेक्शन महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप चलाने और दुबई में बैठे सट्टा किंग सतनाम सिंह के संपर्क में थे।ईओडब्ल्यू की टीम ने पूर्व में आरक्षक भीम यादव को गिरफ्तार का कोर्ट में पेश कर चुकी है।
दुर्ग एसपी जितेन्द्र शुक्ला द्वारा जारी आदेश में बर्खास्त सिपाही सहदेव यादव ड्यूटी में अनुपस्थित रहने का जिक्र है। इसके पहले भी दो बार इसके खिलाफ विभाग ने कार्यवाही की है। इसके बाद भी सिपाही सहदेव यादव जेवरा सिरसा चौकी में पदस्थ किया गया था।
लेकिन वहां भी बिना सूचना दिए लंबे समय तक अनुपस्थित रहा है। इसके लिए उसका एक वेतनमान वृद्धि रोका गया है। इसके बाद सिपाही को कुम्हारी थाना में पदस्थापना के दौरान भी बिना सूचना के अनुपस्थित रहा है। इसके साथ ही उसने अपने खाते से बिना किसी अधिकारी की स्वीकृत के बड़ी राशि लेन-देन किया है। जो पुलिस रेग्युलेशन और सिविल सेवा आचरण नियम का उल्लंघन किए जाने पर विभागीय जांच के बाद उसकी सेवा समाप्त करते हुए उसे बर्खास्त किया गया है।