WPL 2023: बचपन में सिर से उठा पिता का साया, 13 की उम्र में छोड़ा घर, क्रिकेटर रेणुका सिंह के संघर्ष की दास्तां

नई दिल्ली : इस साल देश में पहली बार महिला आईपीएल का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए ऑक्शन भी हो चुका है। 4 मार्च से इस धमाकेदार क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरुआत होगी। देश-विदेश की बेहतरीन महिला खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन का जलाव बिखेरेंगी। इन्हीं सब में एक नाम भारतीय महिला टीम की स्टार गेंदबाज रेणुका सिंह का भी शामिल हैं, जो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ खेलेंगी।

हालांकि, यहां तक पहुंचना रेणुका के लिए आसान नहीं था। इस उपलब्धी तक पहुंचने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। रेणुका सिंह मूलरूप से हिमाचल प्रदेश के शिमला की रहने वाली हैं। जब वह छोटी थीं, तभी उनके सिर से पिता का साया उठ गया। उनके पिता सिंचाई विभाग में काम करते थे। पिता की मौत के बाद मां को नौकरी मिली। रेणुका के अलावा उनका एक भाई भी है।

डेल स्टेन हैं पंसदीदा गेंदबाज

क्रिकेट के प्रति रेणुका सिंह की दीवानी बचपन से ही थी। वह शुरू से ही तेज गेंदबाज बनना चाहती थी। बचपन में लड़कों के बीच टेनिस बॉल से क्रिकेट खेला करतीं। 13 साल की उम्र में ही घर छोड़ दिया था और हिमाचल के धर्मशाला स्थित वीमेंस क्रिकेट अकादमी चली गईं। वह इस अकादमी की पहले बैच की खिलाड़ी हैं। रेणुका सिहं उस समय दक्षिण अफ्रीका के पेसर डेल स्टेन को काफी पसंद करती थीं। उन्हीं की तरह बॉलिंग करना सिखती।

भुवनेश्वर की तरफ गेंद को कराती हैं स्विंग

गौरतलब हो कि रेणुका सिंह को भारतीय मेंस क्रिकेट टीम के भुवनेश्वर की तरह गेंद को स्विंग कराने में महारत हासिल है। जब भी नई गेंद से गेंदबाजी करती हैं तो वह अक्सर गेंद को स्विंग कराती हैं। ऐसे में सामने खेल रहा खिलाड़ी अक्सर असमंजस में पड़ जाता है। टी20 विश्व कप में रेणुका सिंह इंग्लैंड के खिलाफ मैच में पांच विकेट चटकाए थे।

महिला टी-20 खेलों में पांच विकेट लेने वाली एकमात्र महिला खिलाड़ी हैं। वहीं, 2018-19 में हुए चैलेंजर्स ट्रॉफी में उन्होंने कुल 21 विकेट लिए थे। महिला प्रीमियर लीग में रेणुका सिंह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की ओर से खेलेंगी। बैंगलोर ने ऑक्शन के दौरान 1.3 करोड़ रुपये में खरीदा। स्मृति मंधाना टीम की कप्तानी करेंगी।

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