भारी मात्रा में कोकिन और एमडीएमए के साथ पांच तस्कर गिरफ्तार, ‘मनी हाईस्ट’ वेब सीरीज की तरह रखे थे अपने नाम

रायपुर : रायपुर पुलिस ने नशे के खिलाफ निजात अभियान के तहत बड़े अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने एक होटल और मौरिज गॉर्डन से  6 हजार 600 ग्राम कोकिन और 2100 MDMA जब्त कर पांच अंतर्राज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपी पुलिस से बचने के लिए नेटफ्लिक्स के वेब-सीरिज ‘मनी हाईस्ट’ के किरदारों की तरह अपने नाम रखे थे। पुलिस ने खम्हारडीह थाने क्षेत्र के धोतरे मैरिज गार्डन और मंदिर हसौद के सैमरॉक ग्रीन होटल से आरोपियों को धर दबोचा। एमडीएमए और कोकिन के साथ एक अंतर्राज्यीय औ एक महिला सहित कुल 4 आरोपी को अरेस्ट किया है।

पुलिस आरोपियों के खिलाफ खम्हारडीह थाने में अपराध क्रमांक 205/24 धारा 21, 22 नारकोटिक्स एक्ट का केस दर्ज कर जांच कर रही है। पुलिस धोतरे मैरिज गार्डन एवं सैमरॉक ग्रीन होटल में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को भी खंगालने में लगी है। आरोपी आयुष अग्रवाल के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में मारपीट, आरोपी चिराग शर्मा के विरूद्ध थाना न्यू राजेन्द्र नगर में मारपीट और महिला आरोपी कुसुम हिंदुजा के खिलाफा थाना खम्हारडीह में थाना 295 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।

इस केस  का मुख्य सरगना है आयुष अग्रवाल है, जिसे प्रोफेसर के नाम से जाना जाता है। दिल्ली निवासी महेश सिंग खडगा एमडीएमए और कोकिन के सप्लाई का काम करता था। आरोपी नशे की सप्लाई के लिए व्हॉट्सएप ग्रुप भी बना रखे थे।चिराग और महिला पैडलर आरोपी थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 17 अलग -अलग छोटे जिप पॉलिथीन में रखें 2100 मिलीग्राम एमडीएमए और 6600 मिलीग्राम कोकिन, 1 नग इलेक्ट्रानिक तराजू, 8 नग मोबाइल फोन, 86 हजार नगद, 3 नग सोने की चैन, 1 नग लैपटॉप, 1 नग आईपेड, 3 नग एटीएम कार्ड, 1 नग सिम कार्ड, ऑडी कार क्रमांक डी एल/02/सी ए टी/5505 जब्त किये हैं। जब्त मशरूका की कुल कुल करीब 50 लाख रुपये आंकी गई है।

चारों आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ करने पर उनकी ओर से एमडीएमए और कोकिन को दिल्ली से लाना एवं रायपर में घूम-घूमकर बिक्री करना बताया। आरोपी महेश सिंग खडगा जो दिल्ली का रहने वाला है। वह दिल्ली से प्रतिबंधित मादक पदार्थ को लाकर आयुष अग्रवाल को देता था। आयुष अग्रवाल अपने पैडलर कुसुम हिंदुजा और चिराग शर्मा के माध्यम से मांग के आधार पर लोगों को सप्लाई करते थे।

आरोपी नेटफ्लिक्स के वेब-सीरिज मनी हाईस्ट से प्रभावित होकर स्वयं की पहचान छिपाने एवं पुलिस से बचने के उद्देश्य सीरिज के किरदारों के नाम पर अपने नाम जैसे प्रोफेसर (आयुष अग्रवाल), लूसीफर (कुसुम हिंदुजा), बर्लिन एवं अन्य रखें थे एवं सभी एक-दूसरे को इन्हीं नामों से सम्बोधित करते थे। सीरिज में मुख्य सरगना का नाम प्रोफेसर रहता है, जिस पर प्रकरण में मुख्य आरोपी आयुष अग्रवाल को प्रोफेसर कहा जाता था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button