रायपुर : कांग्रेस पार्टी से अपने इस्तीफे के बाद राधिका खेड़ा ने पार्टी के छत्तीसगढ़ सहित शीर्ष नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। राधिका खेड़ा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में उनके साथ कांग्रेस कार्यालय में र्दुव्यवहार किया गया। उन्हें गालियां दी गई। भूपेश बघेल ने उन्हें छत्तीसगढ़ से खदेड़ दिया। कांग्रेस से अपने इस्तीफे के बाद राधिका ने आज प्रेस कांन्फ्रेंस में पार्टी पर संगीन आरोप लगाए।
उन्होंने कहा, मैंने हमेशा सुना है कि कांग्रेस राम विरोधी, सनातन विरोधी और हिंदू विरोधी है, लेकिन मैंने कभी इस पर विश्वास नहीं किया। महात्मा गांधी हर बैठक की शुरुआत रघुपति राघव राजा राम से करते थे। जब मैं अपनी दादी के साथ राम मंदिर गई और वहां से लौटने के बाद मेरा हकीकत से सामना हुआ। मैंने अपने घर के दरवाजे पर ‘जय श्री राम’ का झंडा लगाया और उसके बाद कांग्रेस पार्टी मुझसे नफरत करने लगी। जब भी मैंने फोटो या वीडियो पोस्ट किए, मुझे डांटा गया और पूछा गया कि जब चुनाव प्रक्रिया चल रही थी तो मैं अयोध्या क्यों गई।
राहुल गांधी की यात्रा के दौरान सुशील पेश की शराब
राधिका खेड़ा ने कहा, राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान, छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया प्रभारी सुशील आनंद शुक्ला ने मुझे शराब की पेशकश की और वह 5-6 पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मेरे कमरे का दरवाजा खटखटाते थे। ये बात मैंने सचिन पायलट, दीपक बैज और जयराम रमेश, पवन खेड़ा को सूचित किया लेकिन कुछ नहीं हुआ। मुझे बाद में एहसास हुआ कि मुझे नजरअंदाज कर दिया गया, क्योंकि मैं पार्टी की हिंदू विरोधी विचारधारा का पालन नहीं करती थी।
#WATCH | Delhi: On her resignation from the Congress party, Radhika Khera says "During Rahul Gandhi's Bharat Jodo Nyay Yatra, the media chairman of Chhattisgarh Congress- Sushil Anand Shukha offered me alcohol and he along with 5-6 party workers used to knock the door of my room… pic.twitter.com/OsKkMMvjxK
— ANI (@ANI) May 6, 2024
राधिका खेड़ा ने छोड़ी कांग्रेस, बोलीं राम लला के दर्शन पर दुर्व्यवहार
इससे पहले रायपुर में पार्टी दफ्तर में हुई बदसलूकी के बाद पार्टी की राष्ट्रीय मीडिया संयोजक राधिका खेड़ा ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे त्याग पत्र में राधिका ने विभिन्न पदों समेत पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। राधिका खेड़ा ने यह भी दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर जाने के बाद से ही पार्टी में उनका विरोध शुरू हो गया और अभद्रता की गई।
उन्होंने रायपुर में पार्टी दफ्तर में उनके साथ हुई बदसलूकी का हवाला देते हुए कहा कि माता कौशल्या के मायके (छत्तीसगढ़) में बेटी सुरक्षित नहीं है। राधिका खेड़ा ने रविवार को अपने इस्तीफे में कहा कि भगवान श्रीराम की भक्त और एक महिला होने के नाते वह बुरी तरह से आहत हैं। पार्टी में अयोध्या में राम लला के दर्शन करने वाले नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। वह 22 वर्षों से पार्टी में पूरे समर्पण से काम कर रही हैं। पर कुछ दिनों से दुर्व्यवहार हो रहा है।