रायपुर : मोदी सरकार के खिलाफ देश भर में वातावरण है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि केंद्र में अब की बार कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। जैसे इंडिया शाइनिंग का नारा धराशायी हुआ था वैसे ही अब की बार 400 पार के नारे का भी हवा निकलेगी। जनता मोदी सरकार के 10 सालों में मोदी और भाजपा ने केवल जुमलों की सरकार चलाया है। मोदी के जुमलो के समान ही अब की बार जनादेश भी आने वाला है, जनता मोदी के झूठ का हिसाब करने को तैयार बैठी है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि महंगाई के कारण आम आदमी के घर का बजट बिगड़ चुका है। मोदी 100 दिन में महंगाई कम करने का वादा कर सरकार में आये। मोदी के राज में महंगाई सर्वोच्च स्थान पर पहुंच गयी है। आटा, दाल, सरसों तेल जैसी आवश्यक सामग्री भी आम आदमी के पहुंच से दूर हो गया है। मोदी सरकार जरूरत की सामानों में जीएसटी वसूल रही है। 10 साल में मोदी सरकार चुनाव में किये वादे को पूरा करने में फेलियर साबित हुई है। अच्छे दिन के सपने दिखा कर और 15-15 लाख रूपए खाता में आने का सब्जबाग दिखाकर जनता का वोट लेने के बाद मोदी सरकार वोट देने वाली जनता की मूल जरूरत दूध, दही, चावल, दाल, गेहूं, आटा बेसन, पुस्तक, कॉपी, स्टेशनरी, हवाई चप्पल पर ही टैक्स वसूल रही है। पेट्रोल, डीजल पर मनमाना एक्साइज ड्यूटी लगा कर 27 लाख करोड़ रूपए जनता की जेब से निकाल लिया गया। रसोई गैस के दाम में मनमाना वृद्धि कर लूटमार की जा रही है। मोदी सरकार के वादाखिलाफी के लिए जितना भाजपा जिम्मेदार है उतना ही आरएसएस और उनके अनुशांगिक संगठन जिम्मेदार है। यही आरएसएस और उनके अनुशांगिक संगठनों ने लोगों को भरमा कर गुमराह कर भाजपा को सरकारी कंपनियां, डूबते बैंक, एलआईसी टूटते, सामाजिक समरसता पर बात करने से बच रहे है। जनता को गुमराह करने की साजिश कर रहे है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की सिर्फ बात की, राफेल रक्षा सौदे में खुद मोदी सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त थी। यूपीए के कानून के अनुसार लोकपाल पद पर नियुक्ति करने में मोदी सरकार विफल रही। अडानी के भ्रष्टाचार की मोदी सरकार संरक्षक बनी हुई है। मोदी ने वायदा किया था अच्छे दिन आयेंगे मोदी के जाने के दिन आ गये लेकिन अच्छे दिन नहीं आये। विदेश से कालाधन लाने का वायदा किया। विजय माल्या, ललित मोदी, नीरव मोदी सरकार की मिलीभगत से देश का धन लेकर फरार हो गये, मोदी सरकार देखती रह गयी। विदेशों से कालाधन नहीं आया। हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख आने का वादा कर वोट ले लिया, 15 लाख की बात तो दूर एक पैसा नहीं आया।