CG : प्रकाश ज्वेलर्स में चोरों का धावा, दस लाख से भी जयादा के सोने चांदी के जेवरात पार

अंबिकापुर। सूरजपुर जिले के प्रतापपुर में शुक्रवार को देर रात मुख्य बाजार में स्थित प्रकाश ज्वेलर्स से चोरों ने लगभग दस लाख से भी ऊपर के सोने चांदी के जेवरात पर हाथ साफ कर दिया। घटना में पेशेवर चोरों के शामिल होने का संदेह है। चोरों ने सीसी कैमरे को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है।चोरी की इस बड़ी घटना से प्रतापपुर की सुरक्षा व्यबस्था को लेकर व्यवसायी चिंतित हो उठे हैं। अभी तक चोरों का पता नहीं चल सका है। आसपास के सीसी कैमरों से चोरों की पहचान सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक की जांच में तीन नकाबपोशों के घटना में शामिल होने का संदेह जताया जा रहा है।
प्रतापपुर शहर के सबसे व्यस्ततम मार्ग पर नंदलाल सोनी की प्रकाश ज्वेलर्स के नाम से दुकान है। दुकान के साथ में ही लगा उनका घर भी है। रात में वे समय पर अपनी दुकान को बंद कर दुकान के पीछे स्थित कमरे में सोने चले गए थे। सुबह लगभग आठ बजे कुछ लोगों का उनकी दुकान की ओर ध्यान गया तो उन्होंने देखा की दुकान का शटर ऊपर की ओर उठा हुआ है तथा शटर के नीचे ईंटें लगी हुई हैं। यह सब देखकर लोगों को चोरी जैसी वारदात का संदेह हुआ जिस पर उन्होंने दुकान संचालक नंदलाल सोनी को आवाज लगाई। आवाज सुनकर नंदलाल सोनी बाहर निकले तो देखा कि ज्वैलरी दुकान के शटर का बाएं ओर का हिस्सा जमीन से लगभग एक हाथ ऊपर की तरफ उठा हुआ है और उसके नीचे ईंटें लगी हुई हैं। वहीं शटर के दाहिने ओर का हिस्सा जमीन से ही लगा हुआ था।
दुकान के अंदर जाकर देखा तो उन्हें पता चला कि चोरों ने वहां रखे लगभग दस लाख के सोने चांदी के आभूषणों पर हाथ साफ कर दिया है। अंदर लगा हुआ सीसी कैमरा भी टूटी हुई हालत में मिला। सीसी कैमरे में लगा हुआ तार भी कटा हुआ मिला। चोरों ने ज्वैलरी से भरे बाक्सों को निकालने के लिए दुकान की आलमारी में लगे शीशों को भी तोड़ दिया है। पीड़ित नंदलाल सोनी ने घटना की रिपोर्ट प्रतापपुर थाने में दर्ज करा दी है। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच करने में जुटी हुई है। प्रतापपुर शहर के मुख्य बाजार में हुई चोरी की इतनी बड़ी घटना से पूरा प्रतापपुर तो अवाक है ही साथ ही नगर के भीतर इतनी बड़ी घटना को अंजाम देकर चोरों ने पुलिस को भी खुली चुनौती देने का काम किया है। चोरों ने बड़े ही शातिराना तरीके से दुकान में चोरी की है। दुकान के शटर में लगे हुए तालों को नहीं तोड़ा गया है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि चोरों ने राड या सब्बल की मदद से शटर को ऊपर की ओर धकेला होगा जिससे शटर के बाएं ओर का लाक टूटा होगा। लाक टूटने से शटर थोड़ा ऊपर की ओर सरका होगा फिर चोर रेंगते हुए दुकान के अंदर दाखिल हो गए होंगे और आभूषणों पर हाथ साफ कर दिया होगा।