बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के भैंसापसरा स्थित एक मकान में देर रात आग लग गई. आग की चपेट में आने से एक ही परिवार के चार लोग गंभीर रूप से झुलस गये हैं. जिसमें से एक युवक की मौत हो गई है. आग की चपेट में आई दो महिला और एक बच्ची को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. जहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए रायपुर रेफर कर दिया गया है. लेकिन परिवार में कोई भी अन्य सदस्य नहीं होने से रायपुर ले जाने में तकलीफ हो रही है. वहीं घायलों की मदद पड़ोसी युवक कर रहे हैं. पड़ोसी युवक शासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
बलौदाबाजार में एक मकान में देर रात आग लगने से अंदर सो रहे साहू परिवार के चार लोग गंभीर रूप से झुलस गए. वहीं उसमें से युवक की मौत हो गई और गंभीर रूप से झुलसी महिला और बच्ची जिंदगी और मौत से जुझ रही है. आग लगने की सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया. आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है. वहीं बताया जा रहा है कि घर के दरवाजे का कुंडी बाहर से किसी ने बंद कर दिया था जिसकी वजह से घर वाले आग लगने के बाद बाहर नहीं निकल पाए.
दुर्घटनाग्रस्त परिवार काफी गरीब है और परिवार में कोई सदस्य नहीं है जो उनकी मदद कर सके. ऐसे में पड़ोस में रहने वाले युवक सामने आये और जिला चिकित्सालय में रात्रि में सेवा दिये है पर डाक्टर के रायपुर रेफर किये जाने से वे भी परेशान है कि रायपुर कैसे ले जाएं. ऐसे में वे शासन से गुहार लगा रहे हैं कि शासन आगे आये और इस परिवार की पूरी व्यवस्था करे.
घायल परिवार की गंभीर रूप से झुलसी महिला कमला साहू ने बताया कि रात में आग लगी कैसे हुआ नहीं पता है. वही उनकी बेटी ने बताया कि रात को लगभग 11.30 की घटना है वे सो रहे थे अचानक आग की तेज गर्मी से वे जागे तब तक आग फैल गया था. आग से बचने के लिए बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे लेकिन दरवाजा बंद था और ऊपर से खप्पर आदि गिर गया था.
बता दें कि पीड़ित साहू परिवार में मात्र चार सदस्य थे. जिसमें से युवक की मौत हो गई है. वहीं एक घायल महिला अपनी मां और भाई के साथ अपनी बच्ची के साथ रहती थी. उसका पति पहले ही उसे छोड़ चुका है. महिला आसपास काम करके परिवार का भरणपोषण करती थी. अब उनके सामने और भी विकट स्थिति आ चुकी है कि अब क्या होगा जब परिवार में कोई नहीं है.
फिलहाल कोतवाली पुलिस घटना की जांच में जुट गई है. आग कैसे लगी इसका पता नहीं चल पाया है पर अब इस गरीब परिवार के पास पहनने के लिए कपड़े भी नहीं है.