ईरान ने अपने चार नागरिकों को दी फांसी, इजरायली एजेंसी मोसाद के लिए जासूसी का पाया था दोषी

तेहरान: ईरान ने सोमवार तड़के में चार लोगों को फांसी दे दी। इन चारों को ईरानी डिफेंस साइट को नष्ट करने की योजना में देश के कट्टर दुश्मन इजरायल के लिए जासूसी करने का दोषी ठहराया गया था। न्यायपालिका के अनुसार, मोहम्मद फरमरजी, मोहसिन मजलूम, वफा अजरबार, पेजमैन फतेही को जुलाई 2022 में गिरफ्तार किया गया था। इन पर इस्फहान के केंद्रीय प्रांत में रक्षा मंत्रालय केंद्र के खिलाफ एक ऑपरेशन को अंजाम देने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था। इनको इस मामले में सुनवाई के बाद दोषी पाया और मौत की सजा दी गई। इन चारों को सजा सुनाए जाने के बाद आज उस पर अमल किया गया।
सजा पाए चारों लोग ईरानी नागरिक हैं। देश के उच्चतम न्यायालय ने सितंबर में एक स्थानीय अदालत द्वारा उन्हें सुनाई गई मौत की सजा को बरकरार रखा था, जिसके बाद सोवमार को उन्हें मृत्युदंड दिया गया। ईरान में आमतौर पर फांसी पर लटकाकर मौत की सजा दी जाती है लेकिन इनके मामले में ये जानकारी नहीं दी गई है कि मृत्युदंड किस तरीके से दिया गया।
ईरानी एजेंसियों ने किया था हथियार मिलने का दावा
ईरानी एजेसियों के मुताबिक, 2022 में मोसाद से जुड़े एक ऐसे समूह को पकड़ा गया था, जिसने ईरान के भीतर आतंकवादी गतिविधियों की साजिश रची थी। इस समूह के सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया था और बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक जब्त किए गए थे। इसी दौरान इन चारों की गिरफ्तारी हुई थी। बता दें कि ईरान मोसाद और इजरायल लगातार एक दूसरे कई तरह के आरोप लगाते रहते हैं। इसमें एक-दूसरे की जमीन जासूसी करने और छद्म युद्ध छेड़ने के आरोप भी शामिल हैं। इजराइल लगातार कहता रहा है कि ईरान क्षेत्र की शांति के लिए खतरा है तो ईरान का कहना है कि वह फिलीस्तीन में नरसंहार कर रहा है।