नागपुर। इन दिनों नागपुर में महाराष्ट्र का विधानमंडल का शीतकालीन सत्र चल रहा है। भारतीय जनता पार्टी की तरफ से एक पत्र जारी किया गया था कि भारतीय जनता पार्टी सहित एनसीपी ,शिवसेना ,पार्टी के सभी विधायकों को आरएसएस के संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार स्मारक में अभिवादन करने के लिए पहुंचना है। साथ ही पत्र में जिक्र किया गया था कि सुबह 8:00 बजे डॉ. हेडगेवार और गोलवलकर गुरुजी का अभिवादन करने हेतु नागपुर स्थित रेशम बाग हेडगेवार स्मारक समिति में पहुंचना है। साथ ही संघ के इस उद्बोधन कार्यक्रम में राष्ट्रवादी कांग्रेस को भी निमंत्रित किया गया था।
सीएम व डिप्टी सीएम नहीं पहुंचे
पर किसी कारणवश राष्ट्रवादी कांग्रेस के न कोई विधायक पहुंचे न कोई मंत्री इस कार्यक्रम में पहुंचे। भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना की तरफ से विधायक और मंत्री तो पहुंचे, पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी अनुपस्थित रहे। इस अनुपस्थिति का क्या कारण था इस संबंध में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया तो वहीं बीजेपी के एवं शिवसेना के कुछ विधायकों ने कहा कि अन्य जगहों पर नियोजित उनका कार्यक्रम होगा। वहीं, शिवसेना के विधायक ने कहा कि प्रेरणा की जगह है, एनसीपी के विधायकों को भी आना चाहिए था।
“हमें जाति विषमता दूर करनी होगी”
यहां पर पहुंचे विधायक और मंत्रियों ने सीधे डॉ हेडगेवार और गोलवलकर का अभिवादन किया। इस दौरान आरएसएस के संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार एवं विदर्भ प्रांत सह संघ चालक श्रीधर राव गाडगे, महानगर संघचालक राजेश लोया मौजूद थे। विधायकों को संबोधित करते हुए विदर्भ प्रांत सहसंचालक श्रीधर राव गाडगे ने कहा कि हमें जाति विषमता समाज से दूर करनी होगी। संबोधन में गाडगे ने कहा कि हमें पांच सूत्रीय कार्यक्रम के तहत पहले जाति विषमता दूर की जाए, दूसरा कुटुंब प्रतिबोधन, तीसरा पर्यावरण संरक्षण, चौथा स्वआधार पर सभी चीजे हों और पांचवां संविधान का संरक्षण और नागरिक कर्तव्य के बारे में समाज को बताया जाए।
“सभी अमल करना चाहिए इन पर”
पांच सूत्रीय कार्यक्रम को लेकर कहा कि आने वाले समय में इस पर सभी अमल करना चाहिए। इसके अलावा चुनावी साल 2024 का भी इसमें जिक्र किया गया और संघ का भी चुनावी वर्ष है एवं आम चुनाव का भी चुनावी वर्ष है। साथ ही यह भी कहा कि कैसे भारतीय जनता पार्टी 2 सांसदों से लेकर शिखर तक पहुंची है आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यहां पर तृतीय शिक्षा वर्ग में शामिल होने आए थे।