छत्‍तीसगढ़ में भाजपा ने चौंकाया, केंद्रीय मंत्री समेत चार सांसद और एक पूर्व केंद्रीय मंत्री को दिया था गढ़ जीतने का जिम्‍मा

रायपुर : भाजपा ने इस बार चुनाव में चौंकाते हुए एक केंद्रीय राज्य मंत्री समेत चार सांसद, एक पूर्व केंद्रीय मंत्री और तात्कालीन 16 रमन कैबिनेट के पूर्व मंत्रियों को टिकट दिया। इसमें बिलासपुर सांसद अरुण साव का जबरदस्त प्रभाव दिखा। बिलासपुर संभाग की 25 सीटों में से 13 में भाजपा और 11 में कांग्रेस और एक सीट गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के हिस्से में गई है। पिछली बार यहां कुल 24 सीटें थीं और कांग्रेस को 13, भाजपा को सात, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और बसपा को दो-दो सीट मिली थी।

सरगुजा संभाग में दो सांसदों पूर्व केंद्रीय मंत्री का दिखा कमाल

सरगुजा संभाग की सभी 14 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। पिछली बार यहां सभी सीटों पर कांग्रेस चुनाव जीती थी। कांग्रेस अपनी सीट बचाने में नाकाम रही। इस संभाग में भरतपुर-सोनहट से भाजपा सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह चुनाव जीतीं। इसी तरह पत्थलगांव में सांसद गोमती साय भी जीतीं।

साव ने संभाला मोर्चा तो बदली पार्टी की तस्वीर

भाजपा जब भारी चुनौती में थी तब प्रदेश अध्यक्ष  अरुण साव ने जिस प्रकार का परिणाम भाजपा को दिलवाया, वह चौंकाने वाला है। साव को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाले उन्हें कुछ दिन ही नहीं हुए थे कि आंदोलन का सिलसिला चल पड़ा। पहले युवाओं का आंदोलन, फिर प्रधानमंत्री आवास को लेकर के एक बड़ा जंगी प्रदर्शन और विधानसभा घेराव किया। उसके बाद परिवर्तन यात्रा का सफल नेतृत्व बेहद सकारात्मक कार्यक्रम किए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी उनके साथ रोड शो किया। साव अपने छत्तीसगढ़ी छवि और बोली-भाषा के कारण भी लोगों को आकर्षित करते रहे। बिलासपुर सांसद होने के नाते न पूरे प्रदेश में उनको भारी जन समर्थन मिलता रहा है। बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े रहे साव 1990 से 1995 अखिल भारतीय विद्याथी परिषद के छात्र राजनीति में जुड़े रहे। सत्रहवीं लोकसभा में वह बिलासपुर से सांसद चुने गए और नौ अगस्त 2022 को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चुने गए।

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