रायपुर: छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने वर्षा की संभावना जताई है। इन दिनों प्रदेश में धान खरीदी भी की जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वर्षा की संभावना को देखते हुए सभी जिलों के कलेक्टरों को खरीदी केंद्रों में धान के बेहतर रखरखाव के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने उपार्जन केंद्रों में कैप कवर, ड्रेनेज सहित सभी जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा है। सीएम ने इसकी जानकारी अपने इंटरनेट मीडिया एक्स पर पोस्ट कर दी है।
उन्होंने लिखा है कि प्रदेश में बारिश की संभावना को देखते हुए कलेक्टरों को खरीदी केंद्रों में धान का बेहतर रखरखाव सुनिश्चित करने को कहा है। प्रदेश में इस समय समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है, धान को बारिश से बचने के लिए उपार्जन केन्द्रों में कैप कवर, ड्रेनेज सहित सभी जरूरी इंतजाम किए जाएं। धान खरीदी केंद्रों पर किसानों की सहूलियत का ध्यान रखा जाए । धान उपार्जन केन्द्रों का भ्रमण कर बारिश से धान को सुरक्षित रखने की सभी व्यवस्था सुनिश्चित कर लें।
गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा की संभावना
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात एवं उत्तरी छत्तीसगढ़ में 27 व 28 नवंबर को आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। इस दौरान एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा की संभावना है। मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि हवा की दिशा पूर्ववर्ती बनी रहेगी और नमी की मात्रा बढ़ेगी। बता दें कि अंबिकापुर में रविवार को इस सीजन में पहली बार पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया। अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। छत्तीसगढ़ के शिमला कहे जाने वाले मैनपाट और बलरामपुर जिले के सामरी पाट इलाके में भी ठंड के तीखे तेवर हैं। लोगों को ठंड से राहत पाने अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है।