गांधीनगर। गुजरात में गांधीनगर, अहमदाबाद, सूरत और राजकोट सहित अधिकांश स्थानों पर बेमौसम की बारिश और ओलावृष्टि हुई। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने से कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई। यही नहीं, फसलें भी प्रभावित हुई हैं। आकाशीय बिजली गिरने से दाहोद जिले में तीन और भरूच जिले में दो मौतें हुईं।
इसके अलावा अमरेली, सुरेंद्रनगर, मेहसाणा, बोटाद, पंचमहल, खेड़ा, साबरकांठा, सूरत, तापी और अहमदाबाद आदि जिलों में एक-एक व्यक्ति की जान गई। राज्य में रविवार को अचानक मौसम में भारी बदलाव आया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने 27 नवंबर को भी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है।
बारिश के चलते दृश्यता भी कम रही
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, गुजरात के 251 तालुकाओं में से 220 में रविवार सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक 50 मिलीमीटर तक बारिश हुई, जिससे सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया और फसलों को नुकसान हुआ। बारिश के चलते दृश्यता भी कम रही। इससे आवागमन भी प्रभावित हुआ। गिर सोमनाथ जिले के तलाला में सबसे अधिक 50 मिमी बारिश दर्ज की गई।
इसके अलावा सौराष्ट्र के अन्य क्षेत्रों जैसे जूनागढ़ के वंथली में 43 मिमी, सुरेंद्रनगर के दसाडा में 36 मिमी बारिश दर्ज की गई। अधिकारियों ने बताया कि सौराष्ट्र क्षेत्र के मोरबी जिले में फैक्टि्रयां बंद किए जाने से सिरेमिक उद्योग भी प्रभावित हुआ।
तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में बारिश और तूफान की चेतावनी
उधर, तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले के कुछ हिस्सों में भी रविवार को भारी बारिश हुई। मौसम विभाग द्वारा तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में बारिश और तूफान की चेतावनी पहले ही जारी कर दी गई थी। आइएमडी ने महाराष्ट्र में भी अगले कुछ घंटों के दौरान कई जगह भारी बारिश के साथ तूफान की भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग के अनुसार पालघर, धुले और नंदुरबार जिलों में भारी बारिश होने के आसार हैं।