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खुज्जी विधानसभा : भाजपा-कांग्रेस को भितरघात का खतरा,चुनाव में जातिगत समीकरण से होगा त्रिकोणीय संघर्ष

रायपुर : खुज्जी विधानसभा में कांग्रेस और भाजपा के सारे समीकरण को हमर राज पार्टी ने ध्वस्त कर दिया है। आदिवासी बाहुल्‍य इस सीट में दोनो ही राष्ट्रीय पार्टियो ने साहू समाज से प्रत्याशी मैदान में उतारा है वहीं हमर राज पार्टी ने भाजपा की बागी आदिवासी समाज की जिला पंचायत सदस्य ललिता कंवर को मैदान में उतारकर दोनो दलो की मुश्किलें बढ़ा दी है। भाजपा द्वारा करीब दो माह पहले जिला पंचायत की अध्यक्ष गीता साहू को प्रत्याशी बनाए जाने से जहां ग्रामीण इलाको में दो बार उनका डोर टू डोर दौरा पूरा हो चुका है वहीं कांग्रेस ने यहां पूर्व विधायक भोलाराम साहू को प्रत्याशी बनाया है।

वर्तमान में तीनो प्रत्याशियो के बीच खंदक की लड़ाई के हालात बनते दिखाई दे रहे है। खुज्जी विधानसभा में इस बार विस चुनाव में रोचक मुकाबले के हालात निर्मित हुए है। पिछले विस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होने का फायदा कांग्रेस को मिला था लेकिन इस बार हमर राज पार्टी ने इस समीकरण को ध्वस्त कर दिया है। खुज्जी विस में आदिवासी वोटरो की संख्या अधिक है यहीं कारण है कि हमर राज पार्टी ने यहां जिला पंचायत सदस्य ललिता कंवर को मैदान में उतारा है। आदिवासी के बाद यहां सर्वाधिक साहू समाज के वोटर है यहीं कारण है कि भाजपा और कांग्रेस ने यहां साहू समाज से प्रत्याशी मैदान में उतारा हुआ है।

इधर इस बार आदिवासी समाज के प्रत्याशी के मैदान में होने के कारण दोनो राष्ट्रीय पार्टियों को आदिवासी बाहुल्‍य इलाको में वोट के लिए अच्छी खासी मशक्कत भी करनी पड़ रही है। भाजपा ने भाजपा प्रत्याशी श्रीमती गीता साहू को पिछले दो माह पहले ही प्रत्याशी घोषित कर दिया था जिसके कारण वे दौरे में काफी आगे चल रही है। खुज्जी विस के गांवो में उनका दो बार का दौरा पूरा हो गया है वहीं कांग्रेस प्रत्याशी भोलाराम साहू इस सीट से दो बार विधायक रह चुके है, उनका इस इलाके में सतत संपर्क रहा है जिसका लाभ उन्हें मिल रहा है।

समर्थक नाराज

कांग्रेस ने इस सीट से विधायक छज्नी साहू को टिकट काटी है। श्रीमती साहू ने चुनाव को लेकर तगड़ी तैयारी कर रखी थी। तीन सौ गांवो में पदयात्रा कर उन्होने कार्यकत्रताओ और ग्रामीणों से सीधा संवाद किया था। श्रीमती साहू को प्रत्याशी नहीं बनाए जाने से कांग्रेस के कई जमीनी कार्यकत्र्ता नाराज चल रहे है। हांलाकि श्रीमती साहू की नाराजगी दूर हो गयी है और वे लगातार दौरे पर भी है लेकिन उनके समर्थको में उत्साह नहीं दिखाई दे रहा है।

भीतरघात से बदलेगा समीकरण

खुज्जी विधानसभा में इस बार दोनो ही दलो को जबर्दस्त भीतरघात का भी सामना करना पड़ सकता है। भाजपा ने यहां महज चार साल पहले पार्टी में शामिल हुई गीता साहू को प्रत्याशी बनाकर करीब दर्जनभर दावेदारो को नाराज कर रखा है। भाजपा से बागी होकर ललिता कंवर भी चुनावी समर में है। वहीं हाल कांग्रेस का है यहां टिकट की दौड़ में वर्तमान विधायक सहित 100 दावेदारो शामिल थे लेकिन कांग्रेस ने अचानक पूर्व विधायक को प्रत्याशी बनाकर दावेदारो को मायूस कर दिया है। हांलाकि दोनो ही दलो के शीर्ष नेताओ द्वारा नाराजगी दूर करने की कोशिश की जा रही है लेकिन यह भी तय है कि दोनो ही दलो को इस बार भीतरघात से भी जुझना पड़ेगा|

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