चुनाव आयोग पहुची कांग्रेस की टीम, केन्द्रीय गृहमंत्री और असम सीएम के खिलाफ की शिकायत
रायपुर। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व भी सक्रिय है। बुधवार को जयराम रमेश, सलमान खुर्शीद, माणिकराव ठाकरे, रेवंत रेड्डी, उत्तम कुमार रेड्डी, और भट्टी विक्रमार्क ने मुख्य चुनाव आयुक्त और उनके सहयोगी चुनाव आयुक्तों से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के संबंध में कांग्रेस की ओर से दायर विस्तृत शिकायतों से अवगत कराया।
राजनांदगांव में शाह के भाषण को बताया आपत्तिजनक
कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में चुनावी भाषण के खिलाफ शिकायत की है। कांग्रेस की शिकायत के मुताबिक भाषण में, एचएम ने दावा किया था कि, भूपेश बघेल की सरकार ने तुष्टीकरण की राजनीति और वोट बैंक की राजनीति के लिए, छत्तीसगढ़ के बेटे भुनेश्वर साहू को पीट-पीटकर मार डाला और बाद में यह कहकर वोट मांगे, “भारतीय जनता पार्टी ने प्रतिज्ञा की है कि, हम भुवनेश्वर साहू के हत्यारों को न्याय दिलाएंगे और उनके सम्मान में हम उनके पिता श्री को मैदान में उतार रहे हैं। कांग्रेस ने कहा है कि, ये बयान और दावे भारतीय दंड संहिता, 1860 और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 का उल्लंघन करते हुए स्पष्ट और जानबूझकर किए गए कृत्य हैं।
हेमंता विश्वासरमा के कवर्धा में भाषण की शिकायत
वहीं कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के छत्तीसगढ़ के कवर्धा में चुनावी भाषण के खिलाफ शिकायत में कहा है कि, उन्होंने अपने भाषण में कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद अकबर के खिलाफ प्रचार करते हुए दावा किया कि, यदि एक अकबर कहीं आता है, तो वह 100 अकबर को बुलाता है। इसलिए जितनी जल्दी हो सके उन्हें विदा करें, नहीं तो माता कौशल्या की धरती अपवित्र हो जाएगी। इसके बाद उन्होंने श्री भूपेश बघेल पर आरोप लगाते हुए कहा कि, आज छत्तीसगढ़ के आदिवासी, जो हमारे प्रिय हैं, उन्हें दैनिक आधार पर अपना धर्म परिवर्तन करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है और जब कोई इसके खिलाफ आवाज उठाता है तो भूषेश बघेल जी कहते हैं ‘हम सेक्युलर हैं। क्या हिंदुओं को पीटना आपकी धर्मनिरपेक्षता है? यह देश हिंदुओं का देश है और हिंदुओं का ही रहेगा। हमें धर्मनिरपेक्षता मत सिखाइए, हमें आपसे धर्मनिरपेक्षता सीखने की जरूरत नहीं है। शिकायत के मुताबिक ये बयान और दावे समाज के वर्गों को एक-दूसरे के खिलाफ भड़काने के स्पष्ट इरादे को उजागर करते हैं। वहीं कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि, आईएनसी को उम्मीद है कि ईसीआई उपरोक्त शिकायतों का त्वरित और समयबद्ध तरीके से संज्ञान लेगा।