येरेवान : नागोर्नो-कारबाख पर कब्जे के लिए 30 वर्षों से चल रही जंग अजरबैजान की जीत के साथ खत्म हो गई। युद्ध के समाप्त होते ही गुरुवार को नागोर्नो-कारबाख की अलगाववादी सरकार ने घोषणा की कि वह जल्द ही खुद को भंग कर देगी और गैर-मान्यता प्राप्त गणतंत्र का अस्तित्व साल के अंत तक समाप्त हो जाएगा। हालांकि सरकार की घोषणा से पहले ही आधी से अधिक आबादी यहां से पलायन कर चुकी है।
अभी हाल ही में अजरबैजान ने अपने अलग क्षेत्र पर पूर्ण नियंत्रण हासिल करने के लिए आक्रामक कार्रवाई की और जीत हासिल की। इसके बाद अजरबैजान ने मांग की कि नागोर्नो-काराबाख में अर्मेनियाई सैनिक अपने हथियार डाल दें और अलगाववादी सरकार खुद को भंग कर दे।
इसके बाद अलगाववादी सरकार ने यह घोषणा की। इस आशय के आदेश पत्र पर क्षेत्र के अलगाववादी राष्ट्रपति सैमवेल शेखरामनयन ने हस्ताक्षर किए। दस्तावेज में लड़ाई समाप्त करने के लिए पिछले सप्ताह हुए समझौते का हवाला दिया गया है।
अजरबैजान का क्षेत्र है नागोर्नो-काराबाख
गौरतलब है कि नागोर्नो-काराबाख अजरबैजान का क्षेत्र है। यह 1994 में हुई अलगाववादी लड़ाई में अर्मेनियाई सेना द्वारा समर्थित जातीय अर्मेनियाई बलों के नियंत्रण में आ गया था। 2020 में छह सप्ताह के युद्ध के बाद अजरबैजान ने नागोर्नो-कारबाख क्षेत्र के कुछ हिस्सों को वापस ले लिया था।
क्षेत्र पर अजरबैजान के कब्जे के बाद गुरुवार सुबह तक नागोर्नो-कारबाख की आधी से अधिक आबादी (तकरीबन 65 हजार) अर्मेनिया भाग चुकी थी। बता दें कि दोनों पक्षों के बीच जारी संघर्ष के कारण इस इलाके में स्थिति तनावपूर्ण हो चुकी है।