नयनतारा ने बालीवुड में फिर छेड़ी साउथ की सरगम, जानिये पहले की बिंदास इन अभिनेत्रियों के बारे में

मुंबई : दक्षिण भारत से आकर हिंदी सिनेमा में धमाकेदार एंट्री करने वाली यूं तो वैजयंतीमाला से लेकर हेमा मालिनी से होते हुए नयनतारा तक तमाम अभिनेत्रियां हुई हैं, लेकिन फिल्म ‘जवान’ से हिंदी सिनेमा में डेब्यू करने वाली अभिनेत्री नयनतारा उन गिने चुने सितारों में शामिल हैं, जिन्होंने दक्षिण में अपने नाम का डंका बजाने के बाद बॉलीवुड में कदम रखा। आज बात करते हैं साउथ सिनेमा की उन अभिनेत्रियां की जो जितनी  सफल साउथ की फिल्मों में रही हैं, उससे कहीं ज्यादा सफलता और लोकप्रियता उन्हें हिंदी सिनेमा में भी मिली है।

नयनतारा

साउथ सिनेमा की सुपरहिट अभिनेत्री नयनतारा को दक्षिण भारतीय सिनेमा की लेडी सुपरस्टार कहा जाता हैं। साउथ की तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ फिल्मों में 80 से ज्यादा फिल्में कर चुकी नयनतारा भारत में सबसे अधिक भुगतान पाने वाली अभिनेत्रियों में शामिल हैं। नयनतारा ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत साल 2003 में मलयालम फिल्म मनासिनक्करे से की। इसके बाद तमिल सिनेमा में अय्या से और तेलुगु सिनेमा में लक्ष्मी से डेब्यू किया। नयनतारा के करियर की ज्यादातर फिल्में सफल रही है। नयनतारा ने अनामिका, माया, ऐरा  और नेत्रिकन  जैसी महिला प्रधान फिल्मों के साथ खुद को दक्षिण भारतीय सिनेमा की अग्रणी अभिनेत्रियों में से एक के रूप में स्थापित किया। वह साउथ सिनेमा की गजनी, बिल्ला, यारादी नी मोहिनी, बॉडीगार्ड , कृष्णम वंदे जगद्गुरुम, थानी ओरुवन जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में कर चुकी हैं। हिंदी सिनेमा में नयनतारा की शाहरुख खान की फिल्म जवान से जबरदस्त शुरुआत हुई है। रिलीज होते ही यह फिल्म ब्लॉकबस्टर हो गई। यह फिल्म अब तक घरेलू बॉक्स ऑफिस पर 400 करोड़ रूपये का आंकड़ा पार कर चुकी है।

असिन

साउथ सिनेमा की लोकप्रिय अभिनेत्री भारतीय सिनेमा की ऐसी अभिनेत्री हैं जिन्हें आठ भाषाएं आती है। असिन एक प्रशिक्षित भरतनाट्यम नृत्यांगना हैं।  उनहोंने सात साल की उम्र में साल 2001 मलयालम फिल्म ‘नरेंद्रन माकन जयकांतन वाका’ से अपने करियर की शुरुआत की। असिन ने तेलुगू सिनेमा में  फिल्म ‘अम्मा नन्ना ओ तमिला अम्मयी’ और तमिल  फिल्म ‘सन ऑफ महालक्ष्मी’ से तमिल इंडस्ट्री में कदम रखा। यह दोनों फिल्में व्यावसायिक रूप से खूब सफल रही। असिन  ‘शिवकाशी’ , वरलारु , पोक्किरी , वेल (2008) और दशावतारम जैसी फिल्में करके  खुद को अग्रणी अभिनेत्री के  रूप में स्थापित किया। असिन को सबसे ज्यादा लोकप्रियता ए आर मुरुगादॉस की तमिल ‘गजनी’ से मिली। साल 2005 में रिलीज इसी फिल्म की हिंदी रीमेक ‘गजनी’  में असिन  आमिर खान के साथ हिंदी सिनेमा में कदम रखा। हिंदी में भी यह फिल्म जबरदस्त हिट साबित हुई। हिंदी में ‘रेडी’,  ‘हाउसफुल 2’  ‘बोल बच्चन’ और ‘खिलाड़ी 786’ जैसी फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं।

ऐश्वर्या राय बच्चन

मिस वर्ल्ड  का ताज पहनने के बाद ऐश्वर्या राय ने भारतीय सिनेमा में अपने करियर की शुरुआत मणिरत्नम के निर्देशन में बनी तमिल फिल्म ‘इरुवर’ से साल 1997 में की। इसी साल उनकी हिंदी फिल्म ‘और प्यार हो गया’  भी रिलीज हुई थी जो व्यावसायिक रूप से कुछ खास सफल नहीं रही। ऐश्वर्या राय तमिल फिल्म ‘जींस’ में भी काम कर चुकी हैं। एस शंकर के निर्देशन में बनी यह फिल्म उस समय की सबसे  महंगी भारतीय फिल्म थी। हिंदी सिनेमा में ऐश्वर्या राय को सबसे ज्यादा लोकप्रियता संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ में मिली। वह ‘देवदास’, ‘गुजारिश’, ‘धूम 2’, ‘गुरु’ और ‘जोधा अकबर’ जैसी फिल्मों फिल्मों में मिली है।

श्रीदेवी

अभिनेत्री श्रीदेवी को भारतीय सिनेमा की पहली पैन इंडिया महिला सुपरस्टार अभिनेत्री कहा जाता है।  श्रीदेवी को जितनी लोकप्रियता साउथ की सिनेमा में मिली हैं। उससे कहीं ज्यादा लोकप्रियता हिंदी सिनेमा में मिली है। श्रीदेवी ने साउथ की फिल्मों में अपने करियर की शुरुआत बाल कलाकार के तौर पर चार साल की उम्र में साल 1967 की तमिल फिल्म ‘कंधन करुनई’ से किया था। वयस्क के रूप वह साल 1976 में 13 साल की उम्र में तमिल फिल्म ‘मूंदरू मुदिचू’ में आई।   ‘वायथिनिले’, ‘पदहारेला वायसु’ ‘वरुमायिन निरम शिवप्पु’  ‘मींडम कोकिला’  जैसी फिल्मों से उन्होंने  खुद को दक्षिण भारतीय सिनेमा की एक अग्रणी महिला स्टार के रूप में स्थापित कर लिया। हिंदी सिनेमा में श्रीदेवी की पहली फिल्म ‘सोलवा सावन’ साल 1979 में रिलीज हुई थी। हिंदी सिनेमा में श्रीदेवी को  फिल्म हिम्मतवाला और सदमा से व्यापक पहचान मिलनी शुरू हो गई और देखते ही देखते वह हिंदी सिनेमा के शीर्ष अभिनेत्रियों में शुमार हो गई। ‘मिस्टर इंडिया’, ‘चांदनी’, ‘नगीना’,  ‘खुदा गवाह’,  ‘चालबाज’,  ‘लाडला’,  ‘जुदाई’,  ‘इंग्लिश विंग्लिश,’ और   ‘मॉम’ उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ फिल्में रही हैं।

जया प्रदा

अभिनेत्री जया प्रदा को  70 के दशक के अंत से लेकर 90 के दशक की शुरुआत में तेलुगु और हिंदी फिल्म उद्योगों में सबसे प्रतिष्ठित और प्रभावशाली अभिनेत्रियों में से एक माना जाता है। उन्होंने कई तेलुगु और हिंदी फिल्मों के साथ-साथ कई कन्नड़ , तमिल , मलयालम , बंगाली और मराठी फिल्मों में अभिनय किया है। जया प्रदा ने अपने करियर की शुरुआत के बालचंदर के निर्देशन में बनी तेलुगू फिल्म ‘एंथोलेनी कथा’ से साल 1976 में किया। वह साउथ की तमिल, तेलुगू, मलयालम और कन्नड़ भाषा की कुल मिलकर करीब 150 फिल्मों में काम कर चुकी हैं।  हिंदी सिनेमा में जया प्रदा ने अपने कैरियर की शुरुआत के विश्वनाथ के निर्देशन में बनी फिल्म ‘सरगम’ से ऋषि कपूर के साथ की। यह फिल्म  साल 1979 में रिलीज हुई थी। हिंदी सिनेमा में जया प्रदा  ‘कामचोर’, ‘तोहफा’,  ‘शराबी,’  ‘आखिरी रास्ता’, ‘सिन्दूर’,  ‘एलान-ए-जंग’, ‘आज का अर्जुन’,  ‘थानेदार’ और  ‘मां’  जैसी कई सफल फिल्मों में काम कर चुकी हैं।

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