कोझिकोड में दो दिन की छुट्टी का एलान, स्वास्थ्य मंत्री बोलीं- स्थिति 2018 जितनी डरावनी नहीं

तिरुवनंतपुरम : केरल में निपाह संक्रमण के अब तक 5 मरीज सामने आ चुके हैं। वहीं, अब तक 2 लोगों की निपाह संक्रमण के कारण मृत्यु हो चुकी है। सरकार लगातार लोगों को सचेत रहने और अपने-अपने घरों में रहने की हिदायत दे रही है।
वहीं, दूसरी ओर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और वरिष्ठ सत्तारूढ़ CPI (M) विधायक केके शैलजा का कहना है कि केरल को कोझिकोड में निपाह के प्रकोप के बारे में चिंता करने की कोई बात नहीं है क्योंकि स्थिति उतनी डरावनी नहीं है जितनी 2018 में थी।
2018 में ये वायरस नया था- केके शैलजा
केके शैलजा को 2018 में निपाह संक्रमण को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए काफी प्रशंसा मिली थी, ने कहा कि दक्षिणी राज्य में संक्रमण से प्रभावी ढंग से लड़ने और इसके प्रसार को रोकने के लिए एक प्रोटोकॉल और मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) है।
वह पिछली LDF सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थीं, जिन्होंने राज्य में पहली बार निपाह के प्रकोप से लड़ाई लड़ी थी।
स्थिति 2018 जितनी नहीं है भयावह- केके शैलजा
शैलजा ने संवाददाताओं से कहा, “2018 में, यह हमारे लिए एक नया वायरस था और उस दौरान हमें इस तरह के संक्रमण से लड़ने का कोई अनुभव नहीं था। अब, हमारे पास इसे प्रभावी ढंग से रोकने के लिए सब कुछ है।”
उन्होंने कहा कि राज्य में निपाह परीक्षण सुविधाएं स्थापित की गई हैं, लेकिन वायरस संक्रमण की पुष्टि केवल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV), पुणे द्वारा ही की जा सकती है।
वरिष्ठ CPI (M) विधायक ने कहा, “हमारे पास सुविधा है। हमने 2018 में कोझिकोड में पहली बाउट के दौरान इसे आजमाया था। लेकिन इस संक्रमण की पुष्टि केवल NIV, पुणे द्वारा ही की जा सकती है।”
उन्होंने कहा कि COVID -19 के दौरान, राज्य सरकार ने अलाप्पुझा में वायरोलॉजी लैब से COVID-19 परिणाम घोषित करने के लिए केंद्र सरकार से विशेष अनुमति ली थी।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, केंद्रीय टीम ने अलप्पुझा का दौरा किया, खुद परीक्षण किया और केरल को परिणाम जारी करने की अनुमति दी।
कोझिकोड में हुई दो दिन की छुट्टी
उत्तरी केरल के कोझिकोड में निपाह के प्रकोप के मद्देनजर गुरुवार और शुक्रवार को सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।
छुट्टी की घोषणा कोझिकोड जिला कलेक्टर ए गीता ने की थी। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि शैक्षणिक संस्थान छात्रों के लिए दो दिनों में ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था कर सकते हैं। हालांकि, विश्वविद्यालय परीक्षा कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं होगा।
राज्य सरकार ने क्या-क्या दिए आदेश?
केरल में बढ़ रहे Nipah Virus के मामलों को देखते हुए राज्य सरकार अलर्ट मोड पर है। राज्य सरकार ने संक्रमित हुए लोगों के संपर्क में आए हुए लोगों को भी अपने अपने घरों पर रहने की सलाह दी है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने 58 वार्डों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। वहीं, दक्षिण कन्नड़ में भी निपाह वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है।