वैदिक ज्योतिष में शनि देव को कर्मफल दाता और न्याय प्रदाता माना जाता है। कुंडली में शनि एक महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है और इसके गोचर के दौरान में भी जीवन में बड़े परिवर्तन होते हैं। शनि देव 4 नवंबर को मार्गी होने जा रहे हैं। शनि देव कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं, इसलिए उनके मार्गी होने से कई राशियों के जीवन में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। खास तौर कर करियर के क्षेत्र में कई जातकों को बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
शनि का महत्व
ज्योतिष में शनि देव सबसे धीमे चलने वाले ग्रह हैं और एक राशि में लगभग ढाई वर्षों तक रहते हैं। शनि की ढैया और साढ़े साती भी लोगों को काफी असर डालती है और इसका असर साढ़े सात वर्षों तक रह सकता है। शनि देव मकर और कुंभ राशियों के स्वामी हैं। साथ ही जिस भाव में बैठते हैं, उसके अलावा तीसरे, सातवें और दसवें भाव पर भी पूर्ण दृष्टि डालते हैं। ऐसे में शनि के गोचर का एक साथ 6 राशियों पर प्रभाव पड़ता है। शनि व्यक्ति को कर्मों के अनुसार शुभ या अशुभ परिणाम प्रदान करते हैं। लेकिन उनकी कठोरता केवल सीख देने के लिए होती है, और शुभ कर्मों का वो अच्छा फल भी देते हैं। आइये जानते हैं कि किन राशियों पर शनि के मार्गी होने का शुभ परिणाम मिल सकता है।
वृषभ राशि
इस राशि के लिए दसवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और दशम भाव में मार्गी हो रहे हैं। इस राशि के जातकों को नौकरी और व्यवसाय में बड़ा फायदा मिलने की संभावना है। आपकी नौकरी से जुड़ी बाधाएं दूर होंगी और कामकाज में व्यवधान खत्म होंगे। इस अवधि में आप नौकरी बदल सकते हैं और आपको बेहतर अवसर भी मिलेंगे। कारोबार में जबरदस्त मुनाफा होने की संभावना है और इसमें आ रही अड़चनें दूर होंगी। इस दौरान अनुशासित जीवन व्यतीत करना लाभदायक होगा और आर्थिक क्षेत्र में प्रगति के योग बन रहे हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि के लिए शनि पांचवें और छठे भाव के स्वामी है। साथ ही आपको छठे भाव में मार्गी हो रहे हैं। शनि छठे भाव का कारक होता है और कुंडली के इसी भाव में मार्गी हो रहा है। इस समय आपको शनि के शुभ परिणाम मिलेंगे। इस अवधि में आपके शत्रुओं की परेशानी बढ़ेगी और उनकी पराजय होगी। लंबे समय से चली आ रही बीमारी से छुटकारा मिलेगा और स्वास्थ्य ठीक होगा। कोर्ट-कचहरी के मामले में भी आपको कामयाबी मिलेगी। प्रतियोगिता परीक्षा दे रहे छात्रों को सरकारी नौकरी मिलने की संभावना बन रही है। नौकरी के सिलसिले में विदेश जाने के योग भी बन सकते हैं।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए शनि ना सिर्फ पहले भाव के स्वामी हैं, बल्कि इसी भाव में मार्गी भी हो रहे हैं। कुंभ राशि, शनिदेव की मूल त्रिकोण राशि है और इस राशि में शनिदेव बली होते हैं। इस अवधि में मानसिक तनाव कम होगा और जीवन की बाधाएं कम होने लगेंगी। आप राहत और सुकून महसूस करेंगे। इस अवधि में आप बहुत ही सोच-विचार कर निर्णय लेंगे, लेकिन ध्यान रखें कि सोच-विचार में ज्यादा समय ना निकल जाए। व्यापार में उन्नति के योग बनेंगे और विदेशी संपर्कों से आपको लाभ होगा। करियर में आपको ज्यादा मेहनत करनी होगी, इसलिए आलस ना करें।