सीजीपीएससी में पहले प्रयास में सारिका बनी डिप्टी कलेक्टर, पिछले 5 वर्षों से कर रही थी परीक्षा की तैयारी

रायगढ़ : छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) ने बुधवार की देर रात राज्य सेवा परीक्षा 2022 में इंटरव्यू के बाद चयनित अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी कर दी है। परीक्षा परिणाम घोषित होते ही जिले में हर्षोल्लास का माहौल बन गया। रायगढ़ की सारिका मित्तल ने 1,003 अंकों के साथ टापर बनी।

प्रथम श्रेणी में डिप्टी कलेक्टर पद पर चयनित सारिका ने अपनी सफलता को लेकर चर्चा की हैं। शहर के वृंदावन कालोनी में रहने वाली सारिका मित्तल के पिता अशोक मित्तल, माता राधा मित्तल हैं।पिता पेशे से क्रेशर व्यवसायी हैं। शुरुआती शिक्षा दीक्षा रायगढ़ के जिंदल स्कूल में 12 वीं तक अध्ययन करने के बाद महाविद्यालय उच्च शिक्षा दिल्ली के किरोड़ीमल यूनिवर्सिटी से बीकॉम आनर्स की पढ़ाई की। सारिका बचपन से ही मेधावी थी जिसमे 12 वीं में 96 प्रतिशत अंक हासिल की। जबकि कालेज में 87 फीसद अंक प्राप्त है।

सारिका बताती है कि वे पिछले 5 वर्षों से परीक्षा की तैयारी कर रही थी।। एक बार वर्ष 2020 में मेन्स तक पहुच चुकी थी। सीजीपीएससी में यह उनका दूसरा प्रयास था। पहली बार सीरियस होकर पढाई की जिससे सफल हो पाई हैं यहां यह भी बताया जाना लाजमी होगा कि पीएससी की तरफ से जारी सूची के मुताबिक टॉप-10 में छह लड़कियां जगह बनाने में कामयाब हुई हैं।

सीजीपीएससी की तैयारी में जुटे अभ्यर्थियों के लिए मंत्र

सारिका ने सीजीपीएससी की तैयारी कर रहे अन्य अभ्यर्थियों को सक्सेस मंत्र देते हुए उन्होंने कहा कि कभी भी गिव अप नहीं करना चाहिए। वर्तमान में कंपटीशन दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में जो बेहतर करेगा वह आगे बढ़ेगा। चर्चा करते हुए कहा की सफलता मेहनत मांगती। ईमानदारी से कड़ी मेहनत करते रहें तो सफलता जरूर मिलेगी। लक्ष्य को लेकर पढाई करना चाहिए।

मौका मिला तो यूपीएससी की करूंगी तैयारी

सारिका से आगे की तैयारी व कार्ययोजना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बेबाकी से बताया कि वह फिलहाल इस पद पर रहते हुए समाज व संविधान के हिसाब से कार्य करना चाहती है। इसके अलावा अगर उन्हें मौका मिला परिस्थिति बनी तो वे पुनः यूपीएससी की तैयारी करेगी।यहां यह। भी बताना होगा कि सारिका ने यूपीएससी में मेन्स तक का सफर कर चूकी है।

डीएसपी भाई संदीप मार्गदर्शक,सफलता का श्रेय परिवार और भगवान

सारिका ने बताया कि शुरुआत से ही वह अधिकारी बनने की तमन्ना रखती थी। वहीं जब परिवार मे बड़े पिता जी के लड़के का भाई संदीप मित्तल का डीएसपी के रूप में चयनित होने पर उसे मार्गदर्शक मानकर तैयारियां आरंभ कर दी। वर्तमान में संदीप जिला जशपुर के कुनकुरी में पदस्थापित है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भगवान को दिया है। जबकि अपने ताऊ के पुत्र डीएसपी को मार्गदर्शक मानती हैं।

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