मुंबई : नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार को रोकने के लिए बनाए गए विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. अलायंस की मुंबई में आयोजित बैठक का शु्क्रवार को दूसरा दिन रहा। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, ममता बनर्जी, लालू यादव, नीतीश कुमार, अखिलेश यादव समेत तमाम बड़े नेता मौजूद रहे।
बैठक में एक समन्वय समिति के गठन का फैसला हुआ है। समिति में 13 सदस्यों को रखा गया है। इनमें केसी वेणुगोपाल, शरद पवार, एमके स्टालिन, संजय राउत, तेजस्वी यादव, ललन सिंह, महबूबा मुफ्ती, अभिषेक बनर्जी हेमंत सोरेन, डी राजा, उमर अब्दुल्ला, जावेद अली खान और राघव चड्ढा शामिल हैं।
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “हमें इस सरकार की प्रतिशोध की राजनीति के कारण आने वाले महीनों में और अधिक हमलों, अधिक छापे और गिरफ्तारियों के लिए तैयार रहना चाहिए। जितना अधिक हमारा गठबंधन मजबूत होगा, उतना अधिक भाजपा सरकार हमारे नेताओं के खिलाफ एजेंसियों का दुरुपयोग करेगी। उसने महाराष्ट्र, राजस्थान, बंगाल में भी ऐसा ही किया है। झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी यही किया गया था। पिछले 9 वर्षों में भाजपा और आरएसएस ने जो सांप्रदायिक जहर फैलाया है, वह अब निर्दोष ट्रेन यात्रियों और निर्दोष स्कूली बच्चों के खिलाफ घृणा अपराधों में देखा जाता है।
बैठक शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान में समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल भी वहां पहुंचे। कपिल सिब्बल को बैठक में नहीं बुलाया गया था।
सिब्बल को देखकर कांग्रेस के कई नेता असहज हो गए। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल खासा नाराज दिखे। उन्होंने उद्धव ठाकरे से इसकी शिकायत की। बाद में राहुल गांधी ने उन्हें शांत किया। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सिब्बल के बैठक में शामिल होने का बचाव किया
इस बीच, बड़ी खबर यह है कि गठबंधन का लोगो पर आम सहमति नहीं बन सकी है। यही कारण है कि आज होने वाली लोगो की लांचिंग टल गई है। संयोजक की नियुक्ति पर भी कोई फैसला होने की उम्मीद नहीं है।