नए वेरिएंट के साथ कोरोना वायरस ने फिर दी दस्तक, कई गुना बढ़े मामले, नया स्ट्रेन कितना खतरनाक?

लंदन : पूरी दुनिया के लिए कोरोना वायरस कई भयानक और बुरी यादों का नाम है। अब काफी हद तक दुनिया इसके प्रभाव से बाहर आ चुकी है। लेकिन वायरस हमारे बीच अभी भी मौजूद है। नई रिपोर्ट्स बता रही हैं कि कोविड-19 के एक नए वेरिएंट ने हमारे बीच जगह बना ली है। विशेषज्ञों ने इस वेरिएंट को एरिस (Eris) नाम दिया है जो ओमीक्रोन स्ट्रेन का ही एक वेरिएंट है। ब्रिटेन में एरिस वेरिएंट इतनी तेजी से फैल रहा है कि सात में से एक संक्रमित को इसकी चपेट में माना जा रहा है।

खबर के अनुसार, 1 जुलाई को प्रत्येक 1,00,000 लोगों में से 3.3 को कोविड था लेकिन 29 जुलाई को यह बढ़कर 7.2 लोगों तक पहुंच गया। माना जा रहा है कि नया स्ट्रेन ही इसके लिए जिम्मेदार है। एरिस मई की शुरुआत में सामने आया था जिसके तुरंत बाद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने इसे अपनी वॉच लिस्ट में शामिल कर लिया। फिलहाल कोरोना के इस नए वेरिएंट को ‘चिंताजनक’ नहीं माना जा रहा है।

फिलहाल हालात काबू में

ब्रिटिश हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी में वैक्सिनेशन हेथ डॉ मैरी रामसे ने कहा, ‘हम इस हफ्ते की रिपोर्ट में कोविड-19 मामलों में वृद्धि देख रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमने ज्यादातर आयु समूहों में, खासकर बुजुर्गों में, अस्पताल में भर्ती होने वाले मामलों में बढ़ोतरी देखी है। हालांकि इसका स्तर अभी भी बेहद कम है और हम वर्तमान में आईसीयू में भर्ती होने वाले मामलों में वृद्धि नहीं देख रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि हम इन आंकड़ों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।

क्या हैं एरिस के लक्षण?

ज़ो (Zoe) हेल्थ स्टडी के अनुसार, इस वेरिएंट के मुख्य लक्षण ओमीक्रोन के समान हैं। जैसे गगले में खराश, नाक बहना, बंद नाक, छींक आना, सूखी खांसी, सिरदर्द, कफ वाली खांसी, मांसपेशियों में दर्द और गंध आने की क्षमता का प्रभावित होना। हालांकि सांस लेने में तकलीफ, महक न आना और बुखार अब मुख्य लक्षण नहीं हैं। मेलऑनलाइन से बात करते हुए, वारविक यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट प्रोफेसर लॉरेंस यंग ने कहा कि मामलों में वृद्धि हाल के भयावह मौसम के कारण हो सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button