नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ताजा बयान के बाद पूरे देश में चर्चा चल पड़ी है कि क्या देश में समान नागरिक संहिता यानी Uniform Civil Code लागू होने जा रहा है? कुछ लोग कह रहे हैं कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले मोदी सरकार अपने यह बड़ा वादा भी पूरा करने जा रही है। पूरी उम्मीद है कि जुलाई में शुरू होने जा रहे संसद के मानसून सत्र (Parliament monsoon session) में यह बिल पेश कर दिया जाएगा। अंदरखाने सरकार के स्तर पर सारी तैयारियां कर ली गई हैं। इस बीच, विपक्षी दल की ओर से बयानबाजी जारी है। कुछ पक्ष में नजर आ रहे हैं तो कुछ खिलाफ हैं। मुस्लिम समाज से जुड़े संगठन भी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
मायावती ने भाजपा पर साधा निशाना
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया, पीएम मोदी द्वारा भोपाल में बीजेपी के कार्यक्रम में सार्वजनिक तौर पर यह कहना कि भारत में रहने वाले 80 प्रतिशत मुसलमान ’पसमांदा, पिछड़े, शोषित’ हैं, यह उस कड़वी जमीनी हकीकत को स्वीकार करना है जिससे उन मुस्लिमों के जीवन सुधार हेतु आरक्षण की जरूरत को समर्थन मिलता है।
अतः अब ऐसे हालात में बीजेपी को पिछड़े मुस्लिमों को आरक्षण मिलने का विरोध भी बंद कर देने के साथ ही इनकी सभी सरकारों को भी अपने यहां आरक्षण को ईमानदारी से लागू करके तथा बैकलॉग की भर्ती को पूरा करके यह साबित करना चाहिए कि वे इन मामलों में अन्य पार्टियों से अलग हैं।
फारूख अब्दुल्ला ने दी धमकी, ‘…नहीं तो तूफान आ जाएगा’
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र सरकार को समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने से पहले भारत की धार्मिक विविधता और संभावित चुनौतियों पर विचार करना चाहिए।
अब्दुल्ला ने कहा, उन्हें इस बारे में दोबारा सोचना चाहिए। यह एक विविधतापूर्ण देश है, यहां विभिन्न नस्लों और धर्मों के लोग रहते हैं और मुसलमानों का अपना शरिया कानून है।
श्रीनगर से लोकसभा सदस्य फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार को यूसीसी लागू करने के परिणामों के बारे में सोचना और पुनर्विचार करना चाहिए। उन्हें इस सब पर विचार करना चाहिए और इसे आगे बढ़ाने के बजाय इसके परिणामों के बारे में सोचना चाहिए। उन्हें किसी भी संभावित तूफान के बारे में सोचना चाहिए जो ऐसा करने (यूसीसी लागू करने) से आएगा।
कब से शुरू होगा संसद का मानसून सत्र
समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि मानसून सत्र जुलाई के तीसरे सप्ताह में शुरू होने की संभावना है। शुरू में सत्र पुराने संसद भवन में लगेगा, लेकिन इसी दौरान नए संसद भवन में भी काम शुरू हो जाएगा।
UCC लागू हुआ तो क्या होगा
समान नागरिक संहिता (UCC) लागू होने के बाद पूरे देश में सभी समुदायों के लिए विवाह, तलाक, विरासत, गोद लेने आदि से संबंधित एक नियम लागू होगा। संविधान के अनुच्छेद-44 में सभी नागरिकों के लिए समान कानून लागू करने की बात कही गई है।