पैसा, तंत्र और नरबलि; केरल में दंपती और तांत्रिक ने मिलकर की हैवानियत की सारी हदें पार, ये है पूरी कहानी

नई दिल्ली : भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, देश का सबसे साक्षर राज्य केरल हैं। लेकिन, राज्य में एक ऐसी घटना घटी है, जिसने ये सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या इस राज्य में ऐसी घटना भी घट सकती है। इस राज्य में एक ऐसी घटनी घटी है जिसने मानवता को शर्मशार कर दिया है। जिस देश के कई क्षेत्रों में बलि प्रथा के खिलाफ लोग समाज के रूढ़िवादी सोच से लड़ रहे हैं, वहीं इस राज्य में दो महिलाओं की नरबलि दी गई।
जब दो महिलाओं की दी गई नरबलि
केरल के तिरुवल्ला नगर के नजदीक एलनथूर गांव में के लोग जब मंगलवार सुबह उठे तो उन्हें एक ऐसी खबरें सुनाई दी, जिसपर उन्हें यकीन करना मुश्किल हो रहा था। प्राकृतिक सौंदर्य के बीच बसे इस गांव में दो महिलाओं की नरबलि दी गई।
इस गांव में शांतिपूर्वक तरीके से जिंदगी जीने वाले डॉक्टर दंपती ने पैसों की लालच में दो महिलाओं की निर्मम तरीके से हत्या कर दी। इतना ही नहीं, हत्या के बाद एक लाश के 56 टुकड़े किए, दोनों महिलाओं की छाती काट दी। आरोपियों ने पीड़ितों की हत्या करने के बाद शरीर के कुछ हिस्सों को खा लिया।, हालांकि शव के खाने के मामले की जांच हो रही है।
इस घटना के तीन आरोपी हैं,डॉक्टर भगावल सिंह, उनकी पत्नी लैला और तांत्रिक मोहम्मद शफी। पूरे मामलों को तफसील से समझने से पहले बतां दे कि ये तीन व्यक्ति अब पुलिस के गिरफ्त में आ चुके हैं। तीनों आरोपियों को पुलिस ने पिछले साल 11 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था।
तांत्रिक के पागलपन में दंपती ने दिया अपराध को अंजाम
तो मामला ये है कोच्चि की रहनी वाली 52 वर्षीय आर पद्मा और कलाडी की रहने वाली 53 वर्षीय रोजली आर्थिक परेशानी का सामना कर रहे थे। उनकी पत्नी लैला ने तांत्रिक मोहम्मद शफी से बातचीत की। तांत्रिक शफी ने लैला से कहा कि अगर अमीर बनना है तो नरबलि देनी होगी।
इसके बाद लैला इस अपराध के लिए तैयार हो गई। पैसे की लालच देकर दोनों महिलाओं को तांत्रिक एलनथूर गांव पहुंचा। इसके बाद तंत्र साधना के जरिए दोनों की बलि दी गई। पुलिस ने जानकारी दी कि दोनों महिलाएं सितंबर महीने से ही लापता थी।
लॉटरी का व्यापार करती थी पद्मा
कोच्चि पुलिस के अनुसार, लैला ने रोजली का सिर काटकर उसकी हत्या कर दी, जबकि शफी ने पदमा को चाकू मार हत्या कर दी। शवों को डॉक्टर दंपती ने अपने घर में लगे जड़ी-बूटियों के बगीचे में गड्ढे में दफना दिया गया। बता दें कि घटना को पिछले साल 27 सितंबर को अंजाम दिया गया था।
एलमकुलम में एक कमरे के अपार्टमेंट में रहने वाले लॉटरी विक्रेता आर पद्मा के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई गुमशुदगी की रिपोर्ट के बाद मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने सीसीटीवी और फोन रिकॉर्ड से छानबीन की तो पता चला कि एक व्यक्ति पद्मा को तिरुवल्ला ले गया था। जांच में पता चला कि वो आदमी तांत्रिक शफी था।
मनोरोगी है तांत्रिक शफी
पुलिस के मुताबिक, तांत्रिक शफी मनोरोगी है। तांत्रिक ने यौन सुख के लिए इस अपराध को अंजाम दिया। पुलिस ने बताया कि उसने ‘श्रीदेवी’ नाम से एक फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सिंह और लैला से दोस्ती की और बाद में रशीद नाम के एक धर्मगुरु के रूप में उनसे संपर्क किया। पिछले चार सालों में शफी ने डॉक्टर दंपती को इस हद तक प्रभावित कर लिया था कि वे उसकी हर बात मान लेते थे। जानकारी के मुताबिक, शफी के खिलाफ यौन उत्पीड़न, चोरी और हत्या के प्रयास सहित 10 मामले दर्ज हैं।