नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने रविवार को कहा कि भाजपा को सत्ता में लाने के एक साल बाद ही मणिपुर के मतदाता ‘घोर विश्वासघात’ महसूस कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने का भी आह्वान किया, जहां हिंसक झड़पें हुई हैं।
मणिपुर में पिछले हफ्ते आदिवासियों और बहुसंख्यक मैतेी समुदाय के सदस्यों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें अब तक हजारों लोग विस्थापित किए जा चुके हैं और कम से कम 54 लोग मारे गए हैं।
एक ट्वीट में थरूर ने कहा कि मणिपुर में हिंसा जारी है, सभी भारतीयों को खुद से पूछना चाहिए कि जिस बहुप्रचारित सुशासन (much-vaunted good governance) का हमसे वादा किया गया था, उसका क्या हुआ।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मणिपुर के मतदाता अपने राज्य में भाजपा को सत्ता में लाने के एक साल बाद घोर विश्वासघात महसूस कर रहे हैं। यह राष्ट्रपति शासन का समय है।
बता दें कि मणिपुर में मैती समुदाय अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग कर रहा था और इसी दौरान दो समुदायों के बीच में हिंसक झड़प हुई थी।
मैती मणिपुर की आबादी का लगभग 53 प्रतिशत हैं और ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं। जनजातीय – नागा और कुकी – अन्य 40 प्रतिशत आबादी का गठन करते हैं और ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं।