रायपुर : कर्नाटक में कांग्रेस ने चुनावी घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध करने के वादे पर छत्तीसगढ़ में राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस ने रायपुर के फायर ब्रिगेड चौक पर राजीव गांधी की प्रतिमा के सामने सुंदरकांड का पाठ किया। वहीं, बजरंग दल शनिवार छह मई को हनुमान मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ कर सरकार का विरोध करेगी। बजरंग दल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के उस बयान का भी विरोध किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रदेश में बजरंग दल के नेताओं को सुधार दिया है। अगर यहां जरूरत पड़ी तो प्रतिबंध भी लगाया जाएगा।
सीएम अपने पद की मर्यादा न भूलें और धर्म की राजनीति से दूर रहें
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने नेता संतोष गोलछा, घनश्याम चौधरी और ऋषि कुमार मिश्रा ने संयुक्त पत्रकारवार्ता में कहा कि रावण ने भी हनुमानजी की पूंछ में आग लगाने की गलती की थी और पूरी लंका जल गई थी। वहीं गलती मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी की है। वह अपने पद की मर्यादा न भूलें और धर्म की राजनीति से दूर रहें। बजरंग दल के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि वर्ष 2011-12 में जब केंद्र में कांग्रेस की मनमोहन सरकार थी, तब भी बजरंग दल पर बैन लगाने का प्रयास किया था। वहीं, कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री को गाली देने वालों को सद्बुद्धि की प्रार्थना करके सुंदरकांड का पाठ किया।
मुख्यमंत्री बघेल ने बुधवार को एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट किया था, जिसमें एक नौजवान उनको गाली देते नजर आ रहा था। उसके हाथ में बजरंग दल का झंडा था। हालांकि बजरंग दल के नेताओं ने साफ किया कि उस नौजवान का उनके संगठन से कोई वास्ता नहीं है। वीडियो प्रसारित होने के बाद जब नौजवान से मीडिया ने चर्चा कि तो उसने पहले माफी मांगी। वह नाबालिग है और दोस्तों के साथ एक कार्यक्रम में शामिल होने गया था। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बजरंग दल ने मुख्यमंत्री बघेल को नहीं, छत्तीसगढ़ को गाली दी है। आरएसएस और भाजपा को छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री बर्दाश्त नहीं है। कांग्रेस बाल आयोग में शिकायत करेगी।