रायपुर । दिग्गज आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देने के एक दिन बाद सोमवार को कांग्रेस की सदस्यता ले ली. इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, मंत्री मोहम्मद अकबर, शिव डहरिया, प्रेम साय सिंह टेकाम समेत तमाम कांग्रेस के दिग्गज नेता मौजूद थे.
नंद कुमार साय कांग्रेस में शामिल होंगे। नंदकुमार साय कांग्रेस में शामिल होने के लिए राजीव भवन पहुंच गये हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम की मौजूदगी में नंदकुमार साय कांग्रेस की सदस्यता लेंगे। कल ही नंदकुमार साय ने बीजेपी से इस्तीफा दिया था।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम साय को कांग्रेस की सदस्यता दिलाएंगे। इस दौरान कांग्रेस के कई नेता भी मौजूद रहेंगे।
नंदकुमार साय के कांग्रेस में शामिल होने से पहले कांग्रेस भवन में मंत्री मोहम्मद अकबर और संसदीय सचिव विकास उपाध्याय पहुंच चुके हैं। अचानक साय के इस्तीफे से बीजेपी में हड़कंप मचा हुआ है।दो बार के लोकसभा सांसद और तीन बार के विधायक साय पूर्व में छत्तीसगढ़ और अविभाजित मध्य प्रदेश दोनों में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। साय ने अपने त्यागपत्र में आरोप लगाया कि उनके सहयोगी साजिश रच रहे थे। और उनकी छवि खराब करने के लिए झूठे आरोप लगा रहे थे। जिससे उन्हें बहुत दुख हुआ।
साय को कांग्रेस में ले जाने के लिए कांग्रेस के ही एक स्थानीय नेता ने पृष्ठभूूमि तैयार की है। साय को छत्तीसगढ़ में भाजपा की नींव रखने वाले नेताओं में से एक माना जाता है। पूर्व अध्यक्ष लखीराम अग्रवाल के साथ मिलकर उन्होंने छत्तीसगढ़ में भाजपा का संगठन खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई है। साय छत्तीसगढ़ के प्रथम नेता प्रतिपक्ष रहे हैं। इसके अलावा 2003 में विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ मरवाही से चुनाव लड़ने की वजह से साय काफी चर्चा में आए थे।
वे सांसद रहने के अलावा अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष भी रहे हैं। साय बीच-बीच में पार्टी में अपना असंतोष जाहिर करते रहे हैं। कुछ दिनों पहले जब आरक्षण को लेकर उन्होंने धरना दिया था तब भाजपा का कोई नेता उनके साथ खड़ा नहीं हुआ था।