रविवि ने हासिल किया पुराना रुतबा : बी से ए-ग्रेड में वापसी, रिश्वत पर कहा “नैक टीम ऑटो से आई”

रायपुर । पं. रविशंकर शुक्ल विवि को नैक टीम ने ए प्लस ग्रेड दिया है। यह ग्रेड रि-अससमेंट के बाद प्रदान किया गया है। दरअसल, 2023 में हुई नैक ग्रेडिंग में रविवि को बी प्लस मिला था। इससे असंतुष्ट विवि प्रबंधन ने पुनः निरीक्षण के लिए आवेदन दिया था। इस माह 4 से 6 अगस्त तक नैक टीम दौरे पर आई थी। इसके  12 दिनों पश्चात रविवि को नई ग्रेडिंग प्रदान कर दी गई है।

ये ग्रेडिंग रविवि को अगले पांच वर्ष अर्थात 2028 तक के लिए प्रदान की गई है। रविवि को नैक ग्रेडिंग में पांच में से 3.34 सीजीपीए प्राप्त हुए हैं। नई ग्रेडिंग के साथ ही रविवि प्रदेश का पहला शासकीय विवि बन गया है, जिसे सामान्य विश्वविद्यालय की श्रेणी में ए प्लस ग्रेड हासिल हुआ है। इसके अतिरिक्त पं. सुंदरलाल शर्मा विवि के पास ए ग्रेड है,लेकिन यह ओपन विवि है।

विवि के प्रकार के अनुसार, उसकी ग्रेडिंग के मापदंड पृथक-पृथक होते हैं।इस आधार पर सामान्य विवि की श्रेणी में रविवि यह उपाधि हासिल करने वाला प्रथम विवि बन गया है। ए प्लस ग्रेड मिलने के बाद अब रविवि को फंड हासिल करने के साथ ही ओपन डिस्टेंस लर्निंग की अनुमति सहित अन्य सुविधाएं प्राप्त होंगी।

होटल में ठहरने व भोजन से इनकार

नैक टीम पर कुछ माह पूर्व रिश्वत लेकर अच्छी ग्रेडिंग देने के आरोप लगे थे। कई गिरफ्तारियां भी हुई थी। विवि परिसर में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. सच्चिदानंद शुक्ला ने कहा कि पूर्व के रिश्वत कांड पर वे कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। इस बाद नैक ग्रेडिंग के लिए जो टीम आई थी वो आटो से आई थी। होटल, भोजन, भ्रमण आदि के लिए पूर्णतः टीम द्वारा इनकार कर दिया गया। टीम जब ऑटो से रविवि पहुंची तो हमारे पास एक समस्या पहचान की थी। हायर अर्थारिटी ने वीडियो कॉल के माध्यम से इसकी पुष्टि की। हमें सदस्यों व उनके संस्थाओं के नाम की भी जानकारी नहीं थी।

कमियों का आकलन करने टीम

विवि प्रबंधन के मुताबिक, इस बार रिसर्च में रविवि को अच्छे अंक मिले हैं। इसके अलावा जिन बिंदुओं पर पिछली ग्रेडिंग में अंक कटे थे, उन पर कार्य किया गया। हॉस्टल में छात्रों को प्रदान किए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता में सुधार से लेकर रिसर्च पर भी रविवि ने बीते दो वर्षों में कार्य किया। इसके अंक इस बार नहीं कटे। रि-असेसमेंट के लिए आवेदन किए जाने के साथ ही कमियों का आकलन करने विशेष टीम भी बनाई गई थी।

प्राध्यापकों की कमी पर नाराजगी

पिछली बार नैक ग्रेडिंग दौरान टीम ने प्राध्यापकों की कमी पर नाराजगी जाहिर की थी। स्थिति दो वर्ष पश्चात भी नहीं सुधर सकी है। प्राध्यापकों की कमी को लेकर इस बार भी रविवि के अंक कटे हैं। इसके अलावा स्टूडेंट डायवर्सिटी अर्थात छात्र विविधता भी अंक कटौती का कारण बने। वहीं दूसरी ओर, राज्यपाल रमेन डेका ने रविवि को ए प्लस ग्रेड प्राप्त होने पर शुभकामनाएं दी है। राज्यपाल ने कहा, राज्य के अन्य शासकीय विश्वविद्यालयों को भी इससे प्रेरणा मिलेगी और वे गुणवत्ता में सुधार लाकर अति उत्तम ग्रेडिंग प्राप्त करेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

This will close in 20 seconds