मध्यान्ह भोजन पर सख्त गाइड लाइन जारी : मेनू का पालन करने व किचन की सफाई का आदेश

बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में के ग्राम लक्षपपुर में मध्यान्ह भोजन में कुत्ते का झूठा भोजन परोसे जाने के मामले के बाद बवाल मच गया है। इसके बाद आगे ऐसी लापरवाही ना हो इसे लेकर कलेक्टर दीपक सोनी ने स्कूलों में मध्यान्ह भोजन तैयार करने वाले स्व-सहायता समूहों के लिए सख्त गाइड लाइन जारी की है।
मिली जानकारी के अनुसार, बच्चों को मेनू के अनुसार खाना देने के बारे में निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही कलेक्टर ने बताया कि, बच्चों को भोजन देने से पहले साबुन से हाथ धुलवाना अनिवार्य होगा। स्कूल किचन की नियमित साफ-सफाई, भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने और सप्ताह में दो बार ब्लीचिंग पाउडर से किचन साफ करने के आदेश दिए हैं।
रोजाना भोजन की गुणवत्ता की होगी जांच
इसे लेकर प्रधानपाठक और शिक्षक रोजाना भोजन की गुणवत्ता जांचेंगे। यदिभोजन घटिया पाया गया तो संबंधित स्व-सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाईके लिए रिपोर्ट भेजी जाएगी। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि, बच्चों के स्वास्थ्य औरसुरक्षा से जुड़ी लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
तीन शिक्षक निलंबित
बलौदा बाजार जिले में कुत्तों का झूठा भोजन परोसे जाने के मामले में स्वास्थ्यविभाग की एक गंभीर लापरवाही सामने आई है। स्कूल में 78 बच्चों को एंटीरेबीज का इंजेक्शन लगाया गया। लेकिन किसी ने भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एसडीएम और न ही कलेक्टर को इसकी जानकारी देना जरूरी समझा। इंजेक्शन लगाने के बाद छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में संज्ञान लेते हुए शिक्षा विभाग के सचिव को हलफनामा पेश करने का आदेश दिया है। वहीं इस मामले में बलौदा बाजार जिला प्रशासन ने तीन शिक्षकों को निलंबित भी कर दिया है।