नहर किनारे मिली खून से लथपथ लाश : पत्थर से कुचलकर युवक की हत्या, आरोपी गिरफ्तार

धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां बीती रात शुक्रवार को पत्थर से कुचल कर युवक की हत्या कर दी गई है। खून से लथपथ लहूलुहान युवक की लाश बठेना पारा में नहर किनारे मिली है। जानकारी के अनुसार, यह पूरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। हत्या का कारन फिलहाल के लिए स्पष्ट नहीं है। पर आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लिया है।

पूर्व विधायक के भाई की हत्या में बड़ा खुलासा

वहीं 31 जुलाई को रायगढ़ जिले के लैलूंगा से कांग्रेस के पूर्व विधायक चक्रधर सिदार के भाई गुम पंचायत के सचिव जयपाल सिदार मामले में पुलिस ने सुनियोजित हत्या का खुलासा किया है। रायगढ़ पुलिस ने गंभीर जांच के बाद सनसनीखेज खुलासा करते हुए इसे एक सुनियोजित किलिंग करार दिया है। इस हत्या में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता शिव साहू पूर्व से ही हत्या के एक अन्य मामले में जेल में बंद है। पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट से शुरू कर हत्या की गुत्यी को सुलझाने में उल्लेखनीय सफलता पाई है।

ऐसे हुई पुलिस की तफ्तीश

दरसअल, जयपाल सिदार 7 जुलाई को अपनी स्विफ्ट डिजायर कार (क्रमांक सीजी 12 बीए 6453) से बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद लापता हो गए थे। उनके परिजनों ने 8 जुलाई को थाना लैलूंगा में गुम इंसान क्रमांक 46/2025 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शुरुआती खोजबीन में जब कोई ठोस सुराग नहीं मिला तो एसपी ने थाना लैलूंगा की संयुक्त टीम गठित की। जिसके बाद पुलिस ने जयपाल सिदार की मोबाइल लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज व अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के विश्लेषण के साथ तफ्तीश तेज की। इस दौरान तीन युवको- शुभम गुप्ता, कमलेश यादव और मदन गोपाल सिदार की गतिविधियाँ संदिग्ध पाई गईँ।

जेल में बंद आरोपी ने दी हत्या की सुपारी

पूछताछ में आरोपी शुभम गुप्ता ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि रायगढ़ फुटहामुडा निवासी शिव साहू ने, जो कि पहले से हत्या मामले में जेल में बंद है, 6 महीने पहले पेरोल पर आकर जयपाल सिदार से पुरानी रंजिश के चलते उसकी हत्या के लिए ₹1,00,000 की देने की बात कही थी। शुभम ने यह प्रस्ताव स्वीकार करते हुए जून माह में अपने दो साथियों के साथ हत्या की योजना बनाई और 3 जुलाई को शिव साहू से पुनः पेरोल पर लौटने पर जयपाल की हत्या की बात हुई और शिव से 10,000 रुपये उसी दिन लिया। हत्या की योजना के तहत 7 जुलाई की सुबह जयपाल सिदार को कोतबा जाने के बहाने बुलाया गया। शुभम, कमलेश और मदन गोपाल उनके साथ उन्हीं की कार में सवार होकर जशपुर रोड की ओर निकले और रास्ते में गमछा से गला कसकर चलती कार में ही उनकी हत्या कर दी।

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