सरकारी स्कूल में नन्हा चाकूबाज़ : बड़ा सा चाकू लेकर स्कूल आता है 11 साल का छात्र, शिक्षको और साथियो को देता हू मर्डर करने की धमकी

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ में ऐसा लगता है मानो सरकारी स्कूलों का कोई माई-बाप है ही नहीं। आए दिन शिक्षकों के शराब पीकर स्कूल आने छात्राओं से छेड़खानी की शिकायतें तो आम ही हो चली हैं। लेकिन इससे भी ज्यादा चिंता की बात गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर ब्लाक के एक स्कूल से सामने आई है।
मिली जानकारी के अनुसार, फिंगेश्वर ब्लाक में आने वाले सरकड़ा गांव के स्कूल में छठवीं कक्षा का एक 11 साल का बच्चा चाकू लेकर स्कूल आता है। बताया जा रहा है कि, वह अपने सहपाठी बच्चों और शिक्षकों को मर्डर करने धमकी देता है। लगातार दो- तीन दिन तक वह अपने स्कूल बैग में बड़ा सा चाकू लेकर आता और बच्चों को धमकाता रहा। तब जाकर सभी शिक्षकों ने बुधवार को एक साथ होकर बच्चे को पकड़ा और चाकू के साथ उसकी फोटो खींची और वीडियो भी बना लिया।
हाथ में चाकू लिए गर्व से खड़ा दिखा बच्चा
फोटो में साफ तौर पर दिख रहा है कि, बच्चा अपने हाथ में चाकू गर्व से पकड़ा हुआ है। शिक्षकों के वीडियो बनाते समय भी उसके चेहरे पर डर-भय या संकोच जैसे कोई भाव नहीं बल्कि, गर्व के भाव से उसका चेहरा भरा हुआ है। चाकू प्रेमी वह छात्र अपने गले में एक चेन भी पहना हुआ है। इससे स्पष्ट यह कर रहे हैं कि कहीं ना कहीं उस बच्चों को अपने आप को डान दिखाने के लिए इस तरह से वह अपना हुलिया भी बना कर रखा हुआ है।
गलती बच्चे की या पालकों की?
साफ है कि, यदि बच्चा स्कूल में चाकू लेकर आता है, किसी डान जैसी अपनी वेश-भूषा बनाकर रखा हुआ है तो, यह बात उनके पेरेंट्स से छुपी तो नहीं होगी। अपने बच्चे को चाकू लेकर स्कूल जाने से नहीं रोकने वाले परेंट्स भी इस मामले में उतने ही जिम्मेदार हैं, जितना कि, बचचा।