स्वास्थ्य विभाग की नई पहल : शुरू होगी ग्रीन पालना योजना, प्रसूता को दिए जाएंगे 5 फलदार पौधे, बच्चे की तरह ही देखभाल करने की होगी अपील

रायपुर। स्वास्थ्य संस्थाओं में सुरक्षित प्रसव के साथ स्वास्थ्य विभाग अब नवप्रसूताओं को पांच तरह के पौधे उपहार में देने की पहल करने जा रहा है। बच्चों की तरह पीधे की देखरेख की प्रेरणा के साथ पर्यावरण का संदेश भी दिया जाएगा। ग्रीन पालना योजना कुछ स्वास्थ्य केंद्रों मं शुरू हो चुकी है और आगामी दिनों में सरकारी अस्पतालों के साथ निजी हास्पिटत्स मं भी इसे लागू किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार , स्वास्थ्य विभाग जिला प्रशासन और वन विभाग की मदद से विभिन्न प्रकार के पौधे की व्यवस्था उन तमाम स्वास्थ्य केंद्रों में की जाएगी, जहाँ प्रसव की प्रक्रिया पूरी हौती है। भर्ती हौने वाली महिलाओं की जब अस्पताल से छुट्टी होगी तो उन्हें विभिन्न तरह के पांच पौधे उपहार में दिए जाएंगे | विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि तीनों विभागों के संयुक्त प्रयास से शुरू की जा रही ग्रीन पालना योजना एक अनूठी और दूरगामी पहल है, जो नवजात शिशुओं के पालन-पोषण को प्रकृति के साथ जोड़ने का कार्य करती है। इस कार्यक्रम के तहत प्रसुता महिलाओं को पांच प्रकार के पौधे वितरित किए जाते हैं और उनसे यह अपेक्षा की जाती है कि जिस प्रकार वे अपने बच्चे का लालन-पालन करती हैं. उसी प्रकार इन पौधों का भी ध्यान रखेंगी। पौधों को पानी देने की यह क्रिया बच्चों के नियमित टीकाकरण की याद दिलाएगी, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य को लैकर जागरूकता बनी रहेगी।
पौधों का पर्याप्त स्टॉक रखेंगे
जानकारी के अनुसार, स्वास्थ्य केंद्रों में सप्ताहभर में होने वाली औसत डिलीवरी के हिसाब से पौधों का स्टॉक रखा जाएगा। इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी डिमांड के मुताबिक पौधे पहुंचाए जाएंगे। हेल्थ सेंटर्स तक. पौधे पहुंचाने के लिए प्रशासनिक, स्वास्थ्य एवं वन विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की गई है।
‘फलदार पौधे देने पर जोर
सूत्रों के अनुसार इस अभियान के तहत प्रसव प्रक्रिया पूरी करने वाली महिलाओं को मुनगा, आम, पपीता, अमरूद, केला आदि के फलदार पौधों का वितरण किया जाएगा। एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार को दो प्रसूताओं को पौधे वितरित किए गए हैं। पर्यावरण को सुरक्षित रखने पौधारोपण की योजना रायपुर जिले में अनूठी पहल है।