अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों को ऐतिहासिक सफलता: नक्सल चीफ बसव राजू मारा गया, इसी पर थी देश में संगठन के संचालन की जिम्मेदारी

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में स्थित अबूझमाड़ में बुधवार, 21 मई की सुबह सुरक्षा बलों ने नक्सल इतिहास की सबसे बड़ी सफलता दर्ज की। एक करोड़ रुपये के इनामी और देश के मोस्ट वांटेड नक्सली नेता नम्बाला केशव राव उर्फ बसवराजू उर्फ गगन्ना को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मार गिराया।
यह वही बसवराजू है, जिसे भारत में नक्सली आंदोलन का मुखिया माना जाता था। ठीक वैसे ही जैसे ओसामा बिन लादेन अमेरिका के लिए या प्रभाकरण श्रीलंका के लिए था। इस कार्रवाई को नक्सलवाद के खिलाफ भारत का निर्णायक मोड़ कहा जा रहा है।
मुठभेड़ में 30 नक्सली ढेर, कई सेंट्रल कमेटी सदस्य भी शामिल
इस ऑपरेशन में बसवराजू के अलावा करीब 30 नक्सली मारे गए, जिनमें कई सेंट्रल कमेटी (CC) के सदस्य भी शामिल हैं। मुठभेड़ में DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और अन्य बलों ने जबरदस्त साहस का परिचय दिया।
हालांकि, इस संघर्ष में एक जवान घायल हुआ है और एक पुलिस सहयोगी शहीद हो गया है। घायल जवान की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
50 घंटे चला ऑपरेशन: गृह मंत्री ने दी जानकारी
गृह मंत्री विजय शर्मा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि यह मुठभेड़ नारायणपुर और बीजापुर जिले के सीमावर्ती इलाके में हुई। ऑपरेशन लगातार 50 घंटे तक चला और अंततः बड़ी सफलता के साथ समाप्त हुआ।
गृह मंत्री ने कहा,यह सुरक्षाबलों की ऐतिहासिक उपलब्धि है। हमने नक्सल संगठन के शीर्ष नेतृत्व को समाप्त कर दिया है। मुठभेड़ समाप्त हो चुकी है, अब केवल सर्च ऑपरेशन जारी है।
देश में नक्सल नेटवर्क को लगा तगड़ा झटका
बसवराजू की मौत के बाद नक्सली संगठन को संगठनात्मक और मनोवैज्ञानिक दोनों मोर्चों पर बड़ा झटका लगा है। वह सेंट्रल कमेटी का पोलित ब्यूरो सदस्य था और कई राज्यों में हिंसक घटनाओं और नेटवर्क विस्तार की कमान संभाले हुए था।