पत्नी गांव की सरपंच, खुद डॉक्टर था, 22 साल पुराना भेद खुला तो शॉक्ड रह गए ग्रामीण, पहुंच गया जेल

जशपुर:  छत्तीसगढ़ पुलिस ने 22 से फरार एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की गिरफ्तारी झारखंड के गढ़वा जिले से हुई थी। उसके खिलाफ थाने में लूट की शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके बाद वह फरार हो गया था। अब पुलिस ने 22 साल बाद उसे गिरफ्तार किया है। जशपुर पुलिस ने ‘ऑपरेशन अंकुश’ के तहत उसे अरेस्ट किया है। आरोपी झोलाछाप डॉक्टर बनकर रह रहा था। फिलहाल पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है।

पुलिस ने आरोपी को झारखंड के गढ़वा जिले से गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम सुहेल उर्फ शोएब था। वह गांव में झोलाछाप डॉक्टर बनकर रह रहा था। जबकि उसकी पत्नी वर्तमान में गांव की सरपंच है। इसके बाद भी उसने अपनी पहचान छिपा रखी थी। फिलहाल पुलिस 22 साल पुराने मामले में उससे पूछताछ कर रही है।

क्या था मामला

दरअसल, मामला 17 नवंबर 2002 का है। एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ कमांडर जीप में जशपुर से लौट रहा था। इसी दौरान उससे लूटपाट की गई थी। जब आदमी अपने परिवार के साथ लौट रहा था उसी दौरान वेदों पुलिया के पास कुछ लोगों ने देसी कट्टे की नोक पर उससे 42,000 रुपए लूट लिए थे। जिसकी शिकायत 22 साल पहले थाना बगीचा में दर्ज कराई गई थी। इसके बाद से पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई थी।

जमानत में छूटने के बाद फरार हुआ

पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी अरुण नायडू, नंदलाल और सुहेल अंसारी को जेल भेजा गया था। अरुण को सात साल की सजा हुई जबकि नंदलाल की मृत्यु हो गई। वहीं, सुहेल अंसारी जमानत मिलने के बाद फरार हो गया था। फरार होने के बाद से ही पुलिस उसकी तलाश कर ही थी।

क्या कहना है पुलिस का

एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि जांच में तीन आरोपी सामने आए। एक को सात साल की सजा हुई जबकि एक आरोपी की मौत हो गई। सुहेल 2003 में जमानत पर छूटने के बाद फरार हो गया। पुलिस ने अब उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

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