इस्राइल के पूर्व राजदूत को अदाणी ग्रुप ने दी बड़ी जिम्मेदारी, इस देश में संभालेंगे कंपनी का काम
नई दिल्ली : भारत में इस्राइल के पूर्व राजदूत रॉन मल्का ने बताया कि उन्होंने हाइफा पोर्ट कंपनी (एचपीसी) के कार्यकारी अध्यक्ष का पदभार ग्रहण कर लिया है। ये हाइफा पोर्ट अदाणी ग्रुप का है। अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) और इस्राइल के गैडोट ग्रुप के एक कंसोर्टियम ने पिछले साल जुलाई में इस्राइल में हाइफा के रणनीतिक बंदरगाह का निजीकरण करने के लिए 1.18 बिलियन अमरीकी डालर का टेंडर हासिल किया था।
मल्का ने ट्वीट किया, ‘मैं आज अदाणी ग्रुप की ओर से हाइफा पोर्ट कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण करने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। अदाणी और गैडोट का अनुभव और विशेषज्ञता, बंदरगाह के कर्मचारियों के समर्पण के साथ हाइफा पोर्ट को नए स्तर पर ले जाएगा।’
2018 से 2021 के बीच भारत में रहे इस्राइल के राजदूत
मल्का ने 2018 से 2021 तक भारत में इस्राइल के राजदूत के रूप में कार्य किया। हाइफा का बंदरगाह शिपिंग कंटेनरों के मामले में इस्राइल में दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह है और शिपिंग पर्यटक क्रूज जहाजों में सबसे बड़ा है। इस साल जनवरी में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अन्य शीर्ष इस्राइली अधिकारियों ने अदाणी समूह द्वारा इस्राइली बंदरगार के संभालने के समारोह में भी शिरकत की थी।’ इस्राइल सरकार को उम्मीद है कि अदाणी समूह के देश में प्रमुख प्रवेश से विशेष रूप से नवीकरणीय ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्र में अधिक भारतीय निवेश को बढ़ावा मिलेगा।