हर घर सड़क सुरक्षा का संदेश : कोरिया पुलिस नए अंदाज में यातायात नियमों की लगा रही पाठशाला

बैकुण्ठपुर। कोरिया पुलिस ने जिले में यातायात जागरूकता की दिशा में एक अनूठी पहल की है। अब न केवल दिन में, बल्कि रात के समय भी पुलिस जवान शहर से लेकर गांव-गांव तक जाकर लोगों को यातायात नियमों की जानकारी दे रहे हैं। कहीं तखती लेकर जवान चौराहों पर नजर आते हैं, तो कहीं देहात में देर रात तक अधिकारी ग्रामीणों को नियमों का महत्व समझा रहे हैं।
इस अभियान का उद्देश्य स्पष्ट है, सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना और हर नागरिक को सड़क सुरक्षा का सजग बनाना। जिले में पदस्थापना के बाद कोरिया एसपी रवि कुमार कुर्रे के नेतृत्व में नवाचारों के साथ यह अभियान चलाया जा रहा है। उनकी पहल पर जागरूकता के पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ नवाचारों को भी अपनाया जा रहा है।
शहर से गांव तक जागरूक
हाल ही में बैकुंठपुर के कुमार चौक पर जवानों ने तखतियों के माध्यम से शहरवासियों को नियमों का महत्व बताया। वहीं, यातायात प्रभारी बीरबल राजवाड़े व ट्रैफिक मैन नायक डॉ. महेश मिश्रा ने रात्रि में ग्राम सरईगहना और केनापारा में लोगों को यह समझाया कि, ट्रैक्टर या पिकअप जैसे मालवाहक वाहनों में सवारी करना कितना खतरनाक हो सकता है।
100 सड़क सुरक्षा मितान, जागरूकता का मजबूत ढांचा
कार्यक्रमों में यह भी बताया गया कि सड़क दुर्घटना के बाद घायल को गोल्डन आवर में अस्पताल पहुंचाना उसकी जान बचाने में निर्णायक होता है। इसमें एक मिनट की देरी भी भारी पड़ सकती है। एसपी कुर्रे ने जिले में 100 सड़क सुरक्षा मितानों की नियुक्ति कर दी है, जो गांव-गांव जाकर लोगों को यातायात नियमों की जानकारी देने के साथ-साथ व्यवहार परिवर्तन की प्रेरणा भी दे रहे हैं। इनके प्रयासों की सराहना ग्रामीणों और विद्यार्थियों ने भी की है।
नए प्रयोगों से जागरूकता की नई दिशा
जिले में सूचना बोर्ड, नुक्कड़ नाटक, रैली, पोस्टर, और संवाद जैसे प्रयोगों के माध्यम से जन-जागरूकता को बढ़ावा दिया जा रहा है। पुलिस का मानना है कि, केवल सख्ती से नहीं, बल्कि जनसहयोग और सतत प्रयासों से ही सड़क सुरक्षा संभव है। एसपी रवि कुर्रे कहते हैं कि, कोरिया जिले में जागरूकता के माध्यम से दुर्घटनाओं की संख्या में उल्लेखनीय कमी लाई जा सकती है। हमारा उद्देश्य है कि, हर व्यक्ति स्वयं सड़क सुरक्षा का दूत बने।