हरियर’ होगी नई विधानसभा : परिसर में 10 करोड़ का गार्डन, 9 लाख वर्गफीट में लॉन, 6 हजार पेड़ और हजारों सजावटी पौधे

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य की नई विधानसभा नवा रायपुर अटल नगर में जल्द ही बनकर तैयार होने वाली है। यहां 10 करोड़ रुपए की लागत से एक बड़ा गार्डन बनाया जाएगा। खास बात ये है कि विधानसभा के उद्यान में पहले दिन से ही हरियाली होगी। वजह ये है कि यहां 6 हजार से अधिक 10 फीट ऊंचे पेड़ लगाए जाएंगे। 9 लाख वर्गफीट क्षेत्र में कोरियन कारपेट लॉन ग्रास (हरी घास) पसपालुम घास बिछाई जाएगी। परिसर में दो नए तालाब भी बनाए जाएंगे।
नवा रायपुर में नई विधानसभा का भवन तैयार करने का काम तेजी से हो रहा है। इसके लिए विशालकाय सुसज्जित भवन का निर्माण अंतिम दौर में है। साथ ही अन्य आवश्यक संरचनाएं बनाई जा रही हैं, इसके साथ ही अब बारी है नई राजधानी को हरा-भरा बनाने की। इस काम के लिए 10 करोड़ रुपए की लागत से हरा-भरा गार्डन बनाया जाना है। सरकार के उद्यानिकी विभाग ने एक टेंडर जेम पोर्टल के माध्यम से जारी किया है। मई में टेंडर संबंधी प्रक्रिया शुरू होगी।
पहले दिन से ही नजर आएगी हरियाली
गार्डन बनाने की तैयारी से लगता है कि यहां विधानसभा का पहला सत्र शुरू होने के दिन से ही पूरे परिसर में हरियाली होगी। वजह ये है कि यहां बड़ी संख्या में पेड़-पौधे लगाए जाने हैं। यहां कोरियन कारपेट लॉन ग्रास 3 लाख वर्गफीट में और इससे दुगने यानी 6 लाख वर्गफीट में पसपालुम लॉन ग्रास लगाई जाएगी। इस गार्डन में बड़ी संख्या में 10 फीट ऊंचे पेड़ लगाए जाएंगे। इनमें कुसुम के 2300, महुआ के 900, साल के 1350, सागौन 2300, नीम के 650, सल्फी के 100 पेड़ शामिल होंगे।
सजावटी पौधों से जगमगाएगा परिसर
नए विधानसभा परिसर को सजाने के लिए व्यापक इंतजाम किए जाएंगे। यहां 33 हजार 750 सजावटी पौधे लगाए जाएंगे, ये पौधे जमीन पर लगेंगे। साथ ही पॉट (गमले) में 12 हजार सजावटी पौधे लगाए जाएंगे। जाहिर है, इतनी बड़ी संख्या में बड़े पेड़, लॉन और सजावटी पौधों के साथ विधानसभा परिसर पहले ही दिन से हरा-भरा नजर आएगा।
दो तालाबों का निर्माण सिंचाई सिस्टम भी
विधानसभा परिसर में हरियाली के साथ ही पेड़-पौधों के लिए पानी का इंतजाम करने करीब डेढ़-डेढ़ एकड़ क्षेत्र में दो तालाब भी खोदे जाएंगे। तालाब के पास बैठकर लोग ठंडी हवा ले सकें, इसके लिए तीन सीटर फैंसी चेयर 50 नग लगाई जाएंगी। साथ ही पेड़-पौधों की सिंचाई के लिए पॉपअप इरीगेशन सिस्टम बनाया जाएगा, इसके 1400 सेट लगेंगे। 14 एकड़ क्षेत्र में सिंचाई के लिए ड्रिप एरीगेशन से सिंचाई होगी। 500 मिनी सप्रंकलर सिस्टम भी लगेंगे।