Bijapur encounter: समर्पित कमांडर की सूचना रंग लाई, 10 दिन तक प्लानिंग के बाद हुआ अटैक

बीजापुर। Bijapur encounter: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में गुरुवार को हुई मुठभेड़ में टाप लेबल के 26 नक्सली मारे गए। लेकिन इस हमले का पूरा मास्टर प्लान मुठभेड़ से 10 दिन पहले ही तैयार कर लिया गया था।
Bijapur encounter: उल्लेखनीय है कि, हाल ही में 100 से अधिक हत्याओं का आरोपी और खूंखार नक्सली कमांडर दिनेश मोडियम के आत्मसमर्पण के साथ ही इस मुठभेड़ की रणनीति तैयार कर ली गई थी। क्योंकि दिनेश उसी इलाके में सक्रिय था और समर्पण से पहले मुठभेड़ वाले इलाके से ही लौटा था। बताया जाता है कि, आत्मसमर्पण के बाद नक्सली कमांडर दिनेश मोडियम ने पूछताछ के दौरान नक्सली संगठन से जुड़े कई खुलासे किए हैं। इनमें से एक खुलासा नक्सलियों के जमावाड़े से जुड़ी थी और उसके बाद पुलिस के आला अधिकारी और जवानों की टीम ने मिलकर बीजापुर के सबसे बड़े मुठभेड़ को अंजाम देने की तैयारी कर ली। इसके लिए सबसे पहले पीडिया, अन्द्री और मदुम इलाके की पूरी जानकारी जुटाई गई। इसके अलावा ड्रोन कैमरे की मदद से उन पहाड़ियों की टोह ली गई, जिन पहाड़ियों में नक्सली अपना कैंप बनाए हुए थे पूरी जानकारी जुटाने के बाद ड्रग एसटीएफ और महिला कमांडो की एक टीम तैयार की गई। जिसमें DRG के सबसे काबिल लड़ाकों को शामिल किया गया।
पूरी प्लानिंग के बाद तीन टीम में बांटे गए जवान
Bijapur encounter: करीब 1000 जवानों की टीम तैयार कर तीन भागों में बांटा गया। ऑपरेशन प्लान करने के दौरान यह जानकारी भी जुटाई गई कि, वहां मौजूद 30 से अधिक नक्सलियों के पास किस तरह के हथियार हो सकते हैं और नक्सली कितना ट्रेंड है। उसके बाद बुधवार की देर शाम जवानों की टीम को बीजापुर से मुडवेंदी के लिए रवाना किया गया और वहीं से तड़के उस पिन पॉइंट के लिए भेजा गया जहां नक्सलियों की टीम डेरा डाली हुई थी।