CG चुनाव में बड़ी लापरवाही : दो प्रत्याशियों ने भरा था नामांकन, मतपत्र में दिखा तीसरा नाम तो असमंजस में पड़े मतदाता

नगरी। छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में तीसरे चरण का मतदान 23 फरवरी को पूरा हुआ। इसमें धमतरी जिले के नगरी ब्लॉक में 102 ग्राम पंचायतों में मतदान हुआ। वहीं ग्राम पंचायत लटियारा में भी मतदान हुआ जहां के वार्ड क्रमांक 6 में लीलंबर नेताम को 30 वोट, रामगुलाल को 46 वोट और सविता मरकाम को 4 वोट मिले।

अब इसमें हैरानी की बात यह है कि, वार्ड में 2 लोगों ने नामांकन दाखिल किया था, जिसके बाद उन्हें चुनाव चिन्ह मिला। इस चुनाव चिन्ह के आधार पर इन दोनों प्रत्याशियों ने जनसंपर्क कर लोगों से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील की। यहां तक सब कुछ ठीक-ठाक था।

बैलेट पेपर में छपे थे तीन प्रत्याशियों के नाम 

फिर मतदान के दिन लटियारा के प्राथमिक शाला स्थित बूथ क्रमांक 177 में लटियारा के आश्रित ग्राम साहनीखार जो वार्ड क्रमांक 06 के अंतर्गत आता है। इस वार्ड के मतदाता जब मतदान करने पहुंचे तो उन्हें सफेद पर्ची मिला जिसमे पंच पद के प्रत्याशियों का नाम और चुनाव चिन्ह अंकित था, जिसमें 2 प्रत्याशियों का नाम न होकर 3 प्रत्याशियों का नाम और उसका चुनाव चिन्ह भी अंकित था। तीसरा नाम था सविता मरकाम का, जिसका चुनाव चिन्ह बाल्टी छाप था।

तीसरा नाम देख हुई हैरानी 

अब लोगों को हैरानी हुई कि, आखिर ये तीसरा प्रत्याशी कौन है?  जबकि इस वार्ड में सविता मरकाम नाम से कोई महिला भी नहीं है। इस उहापोह की स्थिति में कई मतदाताओं को कुछ भी समझ नहीं आया और परिणाम ये हुआ कि मतगणना के समय उस तीसरे प्रत्याशी को भी 4 वोट मिले। इस स्थिति के बाद मतदान स्थल पर लोग असमंजस की स्थिति में आ गए और वहां चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया।

अभिकर्ता को नहीं दी गई जानकारी

मतदान केंद्र में सुबह जब सभी प्रत्याशियों के अभिकर्ता मतदान के पूर्व मौजूद हुए तो उस दौरान पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारियों ने पंच पद के लिए मतपत्र को दिखाना जरूरी नहीं समझा। अगर उस दौरान मतपत्र का अवलोकन किया गया होता तो शायद ही यह स्थिति निर्मित होती।

किसे मिला कितना वोट

इस तरह वार्ड क्रमांक 06 में कुल 03 प्रत्याशी हो गए जहां कुल 83 मत पड़े, जिसमें 03 मत निरस्त हुए इस तरह रामगुलाल नेताम को कुल 46 मत, लिलंबर नेताम को कुल 30 मत और सविता मरकाम को कुल 04 मत मिले।

मामले की होगी जांच – एसडीएम  

हमारे संवाददाता इस बारे में जानकारी लेने के लिए नगरी एसडीएम कार्यालय पहुंचे। वहां एसडीएम से मुलाकात नहीं हो सकी। जब फोन पर बात हुई तो एसडीएम ने मामले में जांच की बात कही। वहीं इतनी बड़ी लापरवाही का जिम्मेदार कौन है? जांच के बाद ही मामला साफ हो सकेगा।

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