मप्र से आए थे म्यूल खाता बेचने, दो आरोपियों के साथ खरीददार गिरफ्तार

पुलिस ने आरोपियों की तलाशी ली, तो उनके पास से केनरा बैंक अनूपपुर का एक चालू खाता, एटीएम, चेकबुक और एक मोबाइल मिला।

पुलिस ने आरोपियों की तलाशी ली, तो उनके पास से केनरा बैंक अनूपपुर का एक चालू खाता, एटीएम, चेकबुक और एक मोबाइल मिला। जबकि आरोपियों ने इसके गुम होने की शिकायत जीआरपी रायपुर में दी थी।

ऑनलाइन ठगी के लिए म्यूल अकाउंट बेचने के लिए मध्यप्रदेश के अनूपपुर से आए दो आरोपित और एक खरीदार को स्मृति नगर चौकी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सोमवार को जिले में होने वाले वीआइपी मूवमेंट को देखते हुए पुलिस ने लाज में रुके लोगों की चेकिंग की थी।

इसी दौरान तीनों आरोपित पकड़े गए। उनके खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत कार्रवाई कर जेल भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि सोमवार को स्मृति नगर के लैंडमार्क लॉज की चेकिंग के दौरान तीन आरोपित मिले। लॉज के रजिस्टर में अनूपपुर के रहने वाले संजय जायसवाल के रुकने की एंट्री थी।

जब रूम में जाकर चेक किया गया, तो वहां से तीन लोग मिले। पुलिस ने वहां रुके कुरवा गांव, सहसपुर लोहारा जिला कबीरधाम हाल निवास दीनदयाल कॉलोनी जुनवानी निवासी 28 साल के सुनील कुमार विश्वकर्मा, सेक्टर-13 सी कॉलोनी राज नगर जिला अनूपपुर मध्य प्रदेश निवासी संजय जायसवाल (38) और रामनगर वार्ड पांच दुर्गा मंदिर जिला अनूपपुर हाल निवास महिंद्रा शो रूम के पास मनेंद्रगढ़ एमसीबी निवासी राजेश जायसवाल (32) को हिरासत में लिया।

पूछताछ में उन्होंने ऑनलाइन ठगी के लिए म्यूल अकाउंट खरीदी बिक्री के संबंध में भिलाई आने की बात स्वीकार की। आरोपितों से पांच मोबाइल, चेक बुक, एटीएम, पासबुक और खाता से संबंधित सभी दस्तावेज और मोबाइल गुम होने की रिपोर्ट जब्त की गई है।

जीआरपी में दर्ज कराई थी रिपोर्ट
पुलिस ने आरोपियों की तलाशी ली, तो उनके पास से केनरा बैंक अनूपपुर का एक चालू खाता, एटीएम, चेकबुक और एक मोबाइल मिला। साथ ही जीआरपी रायपुर में दी गई शिकायत की पावती मिली, जिसमें उसी खाते के चेकबुक, पासबुक, एटीएम और मोबाइल गुम होने की सूचना थी।

जबकि आरोपितों के पास वे ही पासबुक, चेकबुक के साथ ही वो मोबाइल थे, जिनके गुम होने की उन्होंने शिकायत की थी। उनसे पूछताछ की गई तो पता चला कि वो खाता संजय जायसवाल के नाम पर था। संजय और राजेश जायसवाल, कवर्धा निवासी सुनील विश्वकर्मा से अपने खाते को तीन लाख में बेचने के लिए आए थे।

मौके से पकड़े गए सुनील विश्वकर्मा ने खाता खरीदने के बाद दिल्ली के ठग को उसकी जानकारी दी थी। पुलिस की जांच में पता चला है कि इस खाते में संदिग्ध लेन-देन भी हुआ था।

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