भोपाल : रामनिवास रावत का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है. 6 दिनों के विदेश दौरे से मुख्यमंत्री 30 नवंबर को मध्य प्रदेश लौटे. इसके बाद 2 दिसंबर को सीएम ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल को इस्तीफा स्वीकार करने की अनुशंसा भेजी थी. राज्यपाल ने इसे स्वीकार कर लिया है. बुधवार यानी 4 दिसंबर को राजभवन से इस्तीफा स्वीकार करने की नोटिफिकेशन जारी की गई थी. अब अधिकारिक तौर पर राम निवास रावत मोहन सरकार में कैबिनेट मंत्री नहीं हैं.
परिणाम वाले दिन ही दिया था इस्तीफा
विजयपुर उपचुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार राम निवास रावत को करारी हार का सामना करना पड़ा था. कांग्रेस के मुकेश मल्होत्रा ने रावत को 7 हजार से ज्यादा वोट से हराया था. 23 नवंबर को परिणाम घोषित किए गए थे. इसके बाद रावत ने उसी शाम वनमंत्री के रूप में कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. 24 नवंबर को सीएम डॉ. मोहन यादव 6 दिनों के विदेश दौरे पर निकल गए थे.
इस बीच मीडिया से बात करते हुए रावत ने कहा था कि मेरे इस्तीफे पर फैसला मुख्यमंत्री करेंगे. 30 नवंबर को सीएम भोपाल लौटे और इसके बाद इस्तीफे पर एक्शन लिया था.
जुलाई में बने मंत्री और नवंबर में इस्तीफा
अप्रैल 2024 में रामनिवास रावत कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे. इसी कारण विजयपुर सीट से उन्हें विधायक पद से इस्तीफा देना पड़ा. जुलाई में उन्हें कैबिनेट मंत्री पद का दर्जा देते हुए वन मंत्री बनाया गया. करीब 4 महीनों तक कैबिनेट मंत्री रहने के बाद 23 नवंबर को इस्तीफा दे दिया.
कौन बनेगा अगला वन मंत्री?
रावत का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद एमपी सरकार में अगला वन मंत्री कौन होगा ? इस सवाल का जवाब खोजा जा रहा है. फिलहाल अभी ये विभाग सीएम के पास है. वैसे बात करें तो कुंवर विजय शाह और नागर सिंह चौहान इसके प्रबल दावेदार हैं. दोनों के पास इस विभाग को संभालने का अनुभव भी है.