दुर्ग : पुलिस ने मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस कंपनी लिमिटेड रिसाली शाखा प्रबंधक लक्ष्मी यादव (30) को गिरफ्तार किया है। शाखा प्रबंधक ने पहले तो बिना रसीद और सत्यापन के अवैध सोना गिरवी रख लिया। उसके बाद जब पुलिस ने नोटिस भेजकर जवाब मांगा तो उसने जवाब भी नहीं दिया।
नेवई थाना प्रभारी आनंद शुक्ला ने बताया कि 4 अक्टूबर को हेमंत सोनी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने बताया कि उनका रिसाली गांव में लक्ष्मी ज्वेलर्स के नाम से दुकान है। 13 से 17 मई 2024 के बीच वैशाली नगर निवासी विवेक शर्मा ने उनकी दुकान से लगभग 23 तोला सोना का जेवर लिया था। सोने की कुल कीमत 18 लाख 71 हजार 282 रुपए थी।
उन्होंने बताया कि विवेक ने हेमंत सोनी को 10 लाख रुपए का चेक दिया था। जब वह चेक बैंक में लगाया गया तो वह बाउंस हो गया। जब हेमंत सोनी ने विवेक को फोन कर चेक बाउंस होने की शिकायत की तो उसने दूसरा चेक भरकर उसे दे दिया। जब हेमंत ने दूसरा चेक लगाया तो वह भी बाउंस हो गया। जब उसने विवेक से पैसे मांगे तो वह बहाने बनाने लगा। इसके बाद हेमंत सोनी ने नेवई थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। इसके लिए एक टीम गठित की गई।
पुलिस ने आरोपी विवेक शर्मा को 4 अक्टूबर को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा। विवेक शर्मा ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने खरीदे गए सोने के जेवरात को मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड रिसाली में गिरवी रख दिया है। पुलिस और बैंक मैनेजर का लुकीछिपी का खेल कई महीनों से चल रहा था। पुलिस जब शुक्रवार को बैंक मैनेजर को गिरफ्तार करने मणप्पुरम की ब्रांच पहुंची तो वो बैंक के अंदर घुस गई। उसने पुलिस को अंदर आने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद पुलिस काफी देर तक खड़ी रही। बाद में जब बैंक मैनेजर ब्रांच बंद होने के बाद निकली तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया।
महिला ब्रांच मैनेजर ने गिरवी रखा हुआ सोना पुलिस की सुपुर्दगी में नहीं दिया है। उसने कहा कि वो सोने उनकी हायर ब्रांच के मैनेजर ने अपने हायर ब्रांच में रखने की बात कही। इसलिए पुलिस ने महिला मैनेजर का पुलिस रिमांड लिया है। उससे पूछताछ जारी है।