बालोद। डौंडीलोहारा ब्लॉक के ग्राम मुडखुसरा में निर्माण कार्य के दौरान खोदाई में एक शिवलिंग मिला है. जैसे ही इसकी खबर आसपास के इलाके में पहुंची, पूरे जिले में हलचल मच गई है. लोग इसे अब आस्था से जोड़कर देख रहे हैं. यह शिवलिंग कितना पुराना है, यह तो पुरातत्व विभाग के जांच के बाद ही पता लग पाएगा. प्रशासनिक अधिकारियों से जब इस संदर्भ में चर्चा की गई. उन्होंने जांच से ही इसके संदर्भ में पूरी जानकारी मिलने की बात कही है.
आज पूरे देश भर में शिवभक्ति का अलग माहौल है। कुछ वर्ष पहले तक जहां लोगो की भीड़ सिर्फ शहर या गांव के कुछ चुनिंदो मंदिर में देखा जाती थी। आज परिस्थिति ऐसी हैं जगह जगह छोटे व बड़े मंदिरों में शिवभक्तो की भीड़ देखी जा सकती है। ऐसे में अगर कही धरती से शिवलिंग मिलने की खबर आ जाए तो इसे किसी चमत्कार से कम नहीं माना जाएगा।
कुछ ऐसा ही नजारा गुरुवार को जिले के डौंडीलोहारा ब्लाक अंतर्गत मुड़खुसरा गांव में देखने को मिला। जहां नहर पर पुल निर्माण कार्य के दौरान खुदाई के दौरान एक प्राचीन शिवलिंग की प्रतिमा मिली। शिवलिंग मिलने की खबर से गांव में अचानक शिवलिंग को देखने ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। जिसके बाद इस निर्माण में लगे मजदूरों ने इस शिवलिंग को सावधानी पूर्वक बाहर निकाला और निर्माणस्थल के बगल में ही इस शिवलिंग की प्रतिमा को विधि-विधान से पूजा अर्चना कर रखा गया है।
पूरे मामले पर ग्रामीणों ने बताया कि जिस जगह से यह प्रतिमा खुदाई के दौरान निकली है। उस जगह या आसपास कोई मंदिर या किसी तरह का कोई पुरातत्विक इतिहास भी नहीं है। जिसके चलते ग्रामीण इसे किसी चमत्कार से कम भी नहीं मान रहे है। बताया जा रहा है कि इस प्रतिमा को जिस जगह स्थापित किया गया है। आने वाले दिनों में उस स्थान पर एक मंदिर का निर्माण किया जाएगा।