नए वर्ष-2024 में पूरे वर्ष भर में 72 दिनलग्न मुहूर्त बन रहे हैं। इस दौरान वर्ष गुरु और शुक्र अस्त होने के कारण मई और जून माह में एक भी दिन विवाह के मुहूर्त नहीं रहेंगे। इसी तरह फरवरी माह में सबसे अधिक 20 दिन मुहूर्त रहेंगे। इस साल भी विवाह के मुहूर्त बेहद कम थे।
इन दिनों विवाह केशुभ मुहूर्तो मे जमकर शादियां हो रही है। माह में अब विवाह के सिर्फ सात मुहूर्त बाकी है। धनु की संक्रांति अर्थात खरमास के कारण 16 दिसंबर से विवाह मुहूर्तों पर एक माह का ब्रेक लग जाएगा। खरमास का समापन मकर संक्रांति के साथ 15 जनवरी को होगा। इसके बाद विवाह मुहूर्तों की शुरूआत होगी।
खरमास
15 मार्च से 16 अप्रेल तक मीन राशि की संक्रांति होने के कारण खरमास रहेगा। ऐसे में इस बीच विवाह मुहूर्त नहीं रहेंगे। खरमास 16 अप्रेल को समाप्त होगा, इसके बाद 18 अप्रेल से विवाह के मुहूर्तों की शुरूआत होगी, लेकिन 23 अप्रेल से शुक्र का अस्त हो जाएगा।
पंडित विनोद गौतम ने बताया कि गुरु बल और शुक्र बल देखकर ही विवाह के योग बनते हैं। गुरु जहां संतान सुख, वंश वृद्धि प्रदान करते हैं, वहीं शुक्र दाम्पत्य जीवन में सुख, भौतिक सुविधाओं में वृद्धि करते हैं, इसलिए दोनों में से यदि एक भी ग्रह अस्त हो उस स्थिति में विवाह कार्य नहीं होते।
अगले साल 23 अप्रैल से शुक्र अस्त हो जाएंगे जो 30 जून को उदित होंगे, इसी बीच छह मई से गुरु अस्त भी रहेंगे और दो जून को उदित होंगे। इन दोनों ग्रहों के अस्त होने के कारण मई और जून में लग्न मुहूर्त नहीं रहेंगे। ऐसे में 30 जून को शुक्र का उदय होने के बाद ही शादियों के मुहूर्तों की शुरुआत होगी।
विवाह मुहूर्त 2024
जनवरी: 16, 17, 20,21,22 और 27 से 31— 11 दिन
फरवरी: एक से आठ, 12, 13, 14, 17, 18, 19, 23 से 27 और 29 – 20 दिन
– मार्च: एक से सात और 11, 12 – नौ दिन
– अप्रैल: 18 से 22-कुल पांच दिन
– मई में शुक्र अस्त के कारण मुहूर्त नहीं जून में शुक्र अस्त के कारण मुहूर्त नहीं
– जुलाई : तीन और नौ से 15 – आठ दिन
– चातुर्मास के कारण अगस्त, सितम्बर, अक्टूबर में विवाह मुहूर्त नहीं
– नवम्बर: 16 से 18 और 22 से 26-कुल आठ दिन