पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर से किसानों ने 14 दिसंबर को दिल्ली कूच करने की तैयारियां फिर से शुरू कर दी हैं। ऐसे में अंबाला जिला पुलिस और प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद हो चुका है। अंबाला के जिलाधिकारी पार्थ गुप्ता का कहना है कि अगर किसानों के पास दिल्ली जाने की लिखित अनुमति नहीं होगी, तो उन्हें जाने नहीं दिया जाएगा। वहीं किसान नेता दावा कर रहे हैं कि दिल्ली जाए बिना घर नहीं जाएंगे। इस घमासान के बीच बीजेपी सांसद राम चंदर जांगड़ा ने ऐसा विवादित बयान दे दिया है, जिससे किसान नेता भड़क गए हैं। पहले सुनिये अंबाला जिलाधिकारी पार्थ गुप्ता ने क्या कहा…
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भाजपा सांसद राम चंदर जांगड़ा ने बयान दिया है कि 2021 में सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन के दौरान ही हरियाणा में नशा आया था। उन्होंने कहा कि दोनों बॉर्डर पर आसपास के गांवों की 700 लड़कियां अचानक गायब हो गई थीं। भाजपा सांसद ने कहा कि किसान आंदोलन एक साल तक चलता रहा और इसका नुकसान हरियाणा को झेलना पड़ा। उन्होंने चेतावनी दी कि हरियाणा में दोबारा से ऐसी स्थिति पैदा करने वालों को सख्ती से निपटा जाएगा।
सरवन सिंह पंढेर बीजेपी सांसद राम चंदर जांगड़ा पर भड़के
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर इस विवादित बयान के चलते भाजपा सांसद राम चंदर जांगड़ा पर भड़क गए हैं। उन्होंने कहा कि राम चंदर जांगड़ा गैरजिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से राम चंदर जांगड़ा को बीजेपी से बाहर निकालने की अपील की। नड्डा से आग्रह करते हुए पंढेर ने कहा कि अगर राम चंदर को पार्टी से बाहर नहीं निकालते हैं, तो उन्हें कम से कम अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।